Strike In Bhatinda: पीआरटीसी व पंजाब रोडवेज के मुलाजिमों ने किया चार घंटे चक्का जाम, दिनभर भटकते रहे यात्री
Strike In Bhatinda मुलाजिमों ने सुबह 10 बजे बस स्टैंड के गेट पर धरना लगा दिया। इस कारण सबसे ज्यादा परेशानी तो नौकरीपेशा लोगों काे हुई। यह एक ऐसा समय होता है जब हर कोई अपनी ड्यूटी पर जाने के लिए घरों से निकलता है।
जागरण संवाददाता, बठिंडा। Strike In Bhatinda: रेगुलर की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे पंजाब रोडवेज व पीआरटीसी के मुलाजिमों ने बुधवार को बस स्टैंड पर चक्का जाम कर दिया। इस कारण दिन भर शहर के लोग जाम में जूझते रहे। बसों के ड्राइवरों व कंडक्टरों ने सड़क पर बसों को खड़ा कर रास्ते बंर कर दिए। जिसके चलते एकदम से सारा ट्रैफिक अस्त व्यस्त हो गया।हनुमान चौक से लेकर बस स्टैंड तक वाहनों की लंबी लाइनें लगी रही।
इस कारण लोगों को पांच मिनट का रास्ता तय करने में एक घंटे का इंतजार करना पड़ा। जबकि ट्रैफिक बिगड़ता देख पुलिस ने फौजी चौक व राजिदरां कालेज के पास बेरीकेड्स लगाकर रास्ते को डायवर्ट किया, लेकिन शहर की पावर हाउस रोड, अजीत रोड गलियों समेत, सिविल लाइन एरिया में लोग जाम से ही जूझते रहे। वहीं बसों के न चलने से यात्री बस स्टैंड के बाहर खड़े बसों के आने का इंतजार करते रहे।
यहां तक कि ट्रैफिक बंद होने से बाहर से बसों में आए यात्रियों को दूर ही उतार दिया गया। जिस कारण उनको एक किलोमीटर तक पैदल चलने के लिए मजबूर होना पड़ा। हालांकि प्राइवेट ट्रांसपोर्टरों की ओर से अपनी बसों को रूटीन की तरह चलाया गया। लेकिन इसके लिए यात्रियों को बस स्टैंड से काफी दूर जाना पड़ा। पीआरटीवी व पंजाब रोडवेज वर्कर यूनियन की ओर से मंत्रियों के साथ मीटिंग के आधार पर अभी तक कोई हल न निकलने पर धरना लगाया गया।
मुलाजिमों ने सुबह 10 बजे बस स्टैंड के गेट पर धरना लगा दिया। इस कारण सबसे ज्यादा परेशानी तो नौकरीपेशा लोगों काे हुई। यह एक ऐसा समय होता है, जब हर कोई अपनी ड्यूटी पर जाने के लिए घरों से निकलता है। लेकिन बस स्टैंड पहुंचने पर उनको पता लगा कि अभी हड़ताल चल रही है। यहां तक कि बहुत से यात्री तो बस स्टैंड के अंदर व बाहर खड़े होकर बसों के चलने का इंतजार करते रहे जबकि महिला यात्री तो लोगों से यही पूछती हुई नजर आई कि सरकारी बस कब चलेगी। लेकिन किसी ने इसकी तरफ ध्यान नहीं दिया।
शहरों के चलने वाली बसों के 80 के करीब रूट प्रभावित
वहीं हड़ताल के कारण अलग-अलग शहरों के चलने वाली बसों के 80 के करीब रूट भी प्रभावित हुए। प्रदर्शन के दौरान राज्य सरपरस्त कमल कुमार, डिपू प्रधान संदीप सिंह, कुलदीप सिंह, उप प्रधान गुरदीप सिंह ने आने वाले समय में 9 से 11 अगस्त तक तीन दिवसीय हड़ताल कर कैप्टन अमरिंदर सिंह या नवजोत सिंह सिद्धू के घर के आगे प्रदर्शन किया जाएगा।