एटलस साइकिल की साहिबाबाद यूनिट में उत्पादन बंद, 150 से अधिक वेंडर्स के 100 करोड़ फंसे

एटलस साइकिल की साहिबाबाद यूनिट में उत्पादन बंद हो गया है। इसके कारण लुधियाना के वेंडर्स की 100 करोड़ रुपये से अधिक की पेमेंट फंस गई है।

By Kamlesh BhattEdited By: Publish:Sat, 06 Jun 2020 12:15 PM (IST) Updated:Sat, 06 Jun 2020 12:15 PM (IST)
एटलस साइकिल की साहिबाबाद यूनिट में उत्पादन बंद, 150 से अधिक वेंडर्स के 100 करोड़ फंसे
एटलस साइकिल की साहिबाबाद यूनिट में उत्पादन बंद, 150 से अधिक वेंडर्स के 100 करोड़ फंसे

लुधियाना [मुनीश शर्मा]। उत्तर प्रदेश में एटलस साइकिल की साहिबाबाद यूनिट में उत्पादन बंद होने से लुधियाना साइकिल उद्योग हिल गया है। लुधियाना के 150 से अधिक वेंडर्स की इस कंपनी को सप्लाई किए गए गुड्स की करीब 100 करोड़ की पेमेंट फंस गई है।

एटलस साइकिल की बात करें तो इन हाउस कंपनी की ओर से फ्रेम, पेंट और असेंबल का काम ही किया जाता है। बाकी साइकिल के अधिकतर उत्पाद लुधियाना की कंपनियों से ही जाते हैं। यहां के कारोबारियों के मुताबिक 100 करोड़ रुपये इंडस्ट्री की पेमेंट बकाया है। कुछ माह पहले यहां के वेंडर्स ने पेमेंट के लिए एटलस साइकिल के खिलाफ कोर्ट जाने की तैयारी कर ली थी। ऐसे में कुछ पेमेंट कर दी गई थी। वहीं अब उद्यमियों को एक बार फिर यूनिट बंद होने के कारण पेमेंट फंसने का डर सता रहा है।

यूनाइटेड साइकिल एंड पाट्र्स मैन्यूफैक्चरर एसोसिएशन के प्रधान डीएस चावला के मुताबिक किसी भी कंपनी का बंद होना हमारे लिए चिंताजनक है। चीन से मुकाबला करने के लिए हमें एटलस साइकिल जैसे बड़े यूनिटों की आवश्यकता है। मगर लुधियाना के कई वेंडर्स के करोड़ों रुपये एटलस साइकिल में बकाया हैं। इसको लेकर कंपनी के वरिष्ठ अधिकारियों से लुधियाना के वेंडर्स के पैसे निकलवाने के लिए जोर डाला गया है।

कंपनी अधिकारियों का कहना है कि हमारा पारिवारिक केस चल रहा है। ऐसे में कंपनी की प्रोडक्शन कुछ समय के लिए रोकी है। सोनीपत में कंपनी की 150 करोड़ रुपये के एसेट बेचने की कोर्ट से अनुमति मांगी है। इसके बाद सारे वेंडर्स की पेमेंट कर दी जाएगी। साथ ही कंपनी को दोबारा चालू करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। डीएस चावला ने कहा कि किसी भी हालत में सदस्यों के पैसे डूबने नहीं दिए जाएंगे।

साहिबाबाद यूनिट ने साइकिल उद्योग को आगे ले जाने में अहम भूमिका निभाई: चरणजीत सिंह

विश्वकर्मा इंडस्ट्री के एमडी चरणजीत सिंह विश्वकर्मा के मुताबिक किसी कंपनी का बंद होना चिंतनीय है। साहिबाबाद यूनिट ने साइकिल उद्योग को आगे ले जाने में अहम भूमिका अदा की है। इंडस्ट्री का बंद होना लुधियाना वेंडर्स के लिए ङ्क्षचताजनक है, लेकिन हमें उम्मीद है कि कंपनी की ओर से वेंडर्स की पेमेंट जरूर कर दी जाएगी। हम उम्मीद करते हैं कि यूनिट दोबारा शुरू हों।

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