बारिश की आहट से किसानाें की बढ़ी परेशानी, लुधियाना की मंडियों में पड़ा है लाखों टन धान

गांव से धान बेचने आए किसान पलविंदर सिंह पाला व कुलजिंदर सिंह ने कहा कि शुक्रवार दोपहर बाद वह धान लेकर आए लेकिन धान नहीं बिका है और आज मौसम खराब हो रहा है। धान भीग गया तो उन लोगों के लिए मुसीबत हो जाएगी।

By Vipin KumarEdited By: Publish:Sun, 17 Oct 2021 11:41 AM (IST) Updated:Sun, 17 Oct 2021 11:41 AM (IST)
बारिश की आहट से किसानाें की बढ़ी परेशानी, लुधियाना की मंडियों में पड़ा है लाखों टन धान
राज्य में माैसम में बदलाव के साथ ही किसानाें की परेशानी बढ़ी। (जागरण)

लुधियाना, [डीएल डॉन]। राज्य में माैसम में बदलाव के साथ ही किसानाें की परेशानी बढ़ गई है। जिले के 222 मंडियों में किसानों का लाखों टन धान मंडी में पड़ा है। रविवार को बारिश का मौसम बनने से किसान चिंतित है कि अगर बारिश हुई तो उनका धान खराब हो जाएगा। बहादुर के रोड स्थित दाना मंडी में किसान जसमेर सिंह ने कहा कि दाे दिन के बाद भी धान नहीं खरीदा गया। रविवार काे मौसम खराब हाे गया है।  अगर बारिश हुई ताे धान भीग जाएगा और वह मुश्किल में पड़ जाएंगे।

गांव से धान बेचने आए किसान पलविंदर सिंह पाला व कुलजिंदर सिंह ने कहा कि शुक्रवार दोपहर बाद वह धान लेकर आए लेकिन धान नहीं बिका है और आज मौसम खराब हो रहा है। धान भीग गया तो उन लोगों के लिए मुसीबत हो जाएगी कि फिर से धान को सिखाया और उसके बाद धान बेचे। मंडी में शेड कम होने से सारे किसानों का धान मंडी में नहीं रखा जा सकता है जिससे किसानों को धान खलिहान में रखना पड़ता है मंडी परिसर में धान पड़ा हुआ है और किसान चिंतित है कि बारिश हुई तो उनकी मंशा पर पानी फिर जाएगा।

वहीं मौसम विभाग का कहना है कि रविवार को दोपहर बाद बारिश होने की संभावना है। मौसम विभाग की इस घोषणा से जिले के किसानों में दहशत है कि मंडियों में प्रधान का तो जो नुकसान होगा होगा ही इसके साथ ही खेतों में लगे धान और उनके घर के खलिहान में पड़े धान का भी नुकसान होने से वह मुसीबत में आ जाएंगे। गिल रोड स्थित दाना मंडी में शमशेर सिंह ने कहा की मंडी में धान बेचने जब आते हैं तो नमी के नाम पर उनको परेशान किया जाता है।

किसान जगतार सिंह ने कहा कि धान में नमी कम और खरीद एजेंसियों का नखरा ज्यादा होता है जिससे वे लोग परेशान हैं। किसानों ने सरकार से मांग किया कि उनके धान मंडी में पहुंचते ही खरीद लिया जाए ताकि वे लोग आगे की खेती में काम कर सके। किसानों का धान खरीद में एजेंसी द्वारा मुश्किल पैदा करना और धान में ज्यादा नमी बताकर किसानों को तंग करने के मामले में जिला फूड सप्लाई अधिकारी सुखविंदर सिंह गिल ने कहा कि नमी होने के बाद ही किसानों को बताया जाता है।

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