टमाटर हुआ लाल, खीरा-मटर कम आने से व्यापारी बेहाल
मानसून की बारिश का असर सब्जियों पर होने लगा है।
डीएल डॉन, लुधियाना
मानसून की बारिश का असर सब्जियों पर होने लगा है। दूसरे प्रदेशों से सब्जियों की सप्लाई प्रभावित होने से लुधियाना मंडी में कई सब्जियों के रेट आसमान छूने लगे हैं। टमाटर दिन-प्रतिदिन महंगाई की तेजी से लाल हो रहा है, जबकि खीरा-मटर की डिमांड बढ़ने और आवक कम होने से व्यापारी बेहाल हो रहे हैं। आलू कई दिनों से स्थिर है, जबकि अदरक, लहसुन, प्याज व हरी मिर्च का मोल कम पड़ रहा है। अन्य सब्जियों के ग्राहक कम हैं। इससे आढ़ती परेशान हैं। रविवार को मंडी बंद रहने से शनिवार को आढ़ती कम दाम में भी सब्जियों की नीलामी करने को तैयार रहते हैं।
हिमाचल, हरियाणा व उत्तर प्रदेश में मानसून की भारी बारिश का असर खेतों में टमाटर, खीरा और मटर की फसल पर हुआ है। मंडी में आए किसान परमजीत सिंह व विजय का कहना है कि उनकी कड़ी मेहनत पर पानी फिर गया है। टमाटर, खीरा व मटर की उपज कम है और डिमांड ज्यादा है जिससे रेट सही मिल रहा है। मुनाफा कमाने के लिए सब्जियों की खेती की, लेकिन बारिश का पानी खेतों में भरने से फसल बर्बाद हो गई है। एक अन्य किसान जगप्रीत सिंह ने भी कहा कि सब्जी के खेतों में पानी जमा है, जिससे पौधे खराब हो गए हैं।
रेहड़ी फड़ी वाले खुदरा विक्रेता : टाइगर सिंह
सब्जियों के रेट बढ़ने के बारे में रेहड़ी फड़ी फेडरेशन के प्रधान टाइगर सिंह ने कहा कि रेहड़ी फड़ी वाले तो खुदरा विक्रेता हैं। मंडी में जिस रेट सब्जी मिलती है उसमें कुछ मुनाफा लेकर बेचते हैं। जिस तरह आम आदमी रोजाना सब्जी खरीदते हैं उसी तरह रेहड़ी फड़ी वाले भी रोजाना खरीद कर बेचते हैं। बारिश का असर सब्जी मार्केट पर पड़ा है जिससे कुछ हरी सब्जियां महंगी हो गई हैं। सब्जी प्रति किलो जून में रेट जुलाई में रेट
आलू ---- ---- 15 रू 25
टमाटर 20 60
खीरा 30 40
मटर 40 70
प्याज 40 15
गोभी 20 30
बंद गोभी 20 30
बेंगन 20 40
तोरी 20 40
मूली 10 20
कटहल 40 50
अरबी 20 40
शिमला मिर्च 20 40
फल्लियां 30 40
जिमीकंद 40 50
हरी मिर्च 80 40
अदरक 100 80
लहसुन 160 80