आढ़ती एसोसिएशन प्रधान और सचिव ने दिया इस्तीफा
जगराओं की अनाज मंडी में मूंगी की फसल के तोल संबंधी पैदा हुए विवाद का पुरातन आढ़ती एसोसिएशन के साथ कोई संबंध नहीं है।
संवाद सहयोगी, जगराओं : जगराओं की अनाज मंडी में मूंगी की फसल के तोल संबंधी पैदा हुए विवाद का पुरातन आढ़ती एसोसिएशन के साथ कोई संबंध नहीं है। यह कहना है आढ़ती एसोसिएशन के प्रधान सुरजीत सिंह कलेर और सचिव जगजीत सिंह सिद्धू का। उन्होंने कहा कि वे पिछले 11 मार्च से प्रधान हैं और जगजीत सिंह सिद्धू 21 वर्षों से एसोसिएशन के सचिव चले आ रहे हैं। हमने हमेशा ही बिना पक्षपात से ईमानदारी के साथ आढ़ती भाइयों के हितों के लिए काम किया। पिछले समय के दौरान एसोसिएशन दोफाड़ होने के कारण दूसरे धड़े द्वारा भी अपने संगठन का नाम आढ़ती एसोसिएशन रख लिया। इस कारण समय-समय पर उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इस वर्ष गेहूं के सीजन से लेकर अब तक गेहूं के तोल, मूंगी के तोल तथा अन्य मामलों संबंधी खबरें आढ़ती एसोसिएशन के नाम पर लग रही हैं, इस कारण उन्हें बेकसूर होते हुए भी मानसिक परेशानी का सामना करना पड़ता है। इस लिए हम अपने पदों पर नहीं रहना चाहते और उन्होने लिखित तौर पर एसोसिएशन के सरप्रस्त अमृत लाल मित्तल को अपना इस्तीफा भेज दिया। उन्होंने कहा कि फसल की तोल संबंधी मौजूदा विवाद से हमारे पुरातन एसोसिएशन का कोई संबंध नहीं है। जिस कारण हम दोनों प्रधान सुरजीत कलेर और सचिव जगजीत सिंह सिद्धू आढ़ती एसोसिएशन के पदों से इस्तीफा देते हैं।
क्या कहना है सरपरस्त का
इस संबंध में आढ़ती एसोसिएशन के सरप्रस्त अमृत लाल मित्तल ने कहा कि जो मौजूदा विवाद चल रहा है इसमें एसोसिएशन के प्रधान सुरजीत सिंह कलेर और सचिव जगजीत सिंह सिद्धू और हमारी एसोसिएशन का कोई लेन-देन नहीं है। यह दोनों पिछले लंबे समय से आढ़ती भाइयों के हितों के लिए ईमानदारी से काम कर रहे हैं। इसलिए इनका इस्तीफा मंजूर नहीं किया जाएगा और यह दोनों अपने पदों पर पहले की तरह ही अपनी सेवाएं देते रहेंगे।