लुधियाना में एक्यूआइ की जांच के लिए पीपीसीबी चार जगह लगाएगा उपकरण, आठ जगह डिस्पले होंगे आंकड़े
लुधियाना में हवा में प्रदूषण की मात्रा की सही जानकारी के लिए पीपीसीबी अलग-अलग जगह चार उपकरण स्थापित करेगा। शहर में चार एरिया के एक्यूआइ का मिलान करने के बाद साफ होगा कि हवा में प्रदूषण का सही स्तर क्या है।
लुधियाना [राजेश भट्ट]। लुधियाना की हवा सांस लेने के लिए कितनी साफ है। मई से इसकी सही जानकारी मिल पाएगी। हवा में प्रदूषण की मात्रा (एयर क्वालिटी इंडेक्स) की सही जानकारी के लिए पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (पीपीसीबी) शहर में अलग-अलग जगह चार उपकरण स्थापित करेगा। इसके साथ ही किस क्षेत्र का एयर क्वालिटी इंडेक्स क्या है इसकी जानकारी आठ जगह एलईडी में डिस्पले की जाएगी। शहर में चार एरिया के एक्यूआइ का मिलान करने के बाद साफ होगा कि हवा में प्रदूषण का सही स्तर क्या है। हालांकि इससे पहले पंजाब एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी के कैंपस में प्रदूषण की जांच करने वाला उपकरण स्थापित है।
यूनिवर्सिटी का कैंपस काफी हरा भरा है जिस कारण वहां के एक्यूआइ के आंकड़े पर सवाल खड़े होते रहे हैं। पीएयू में प्रदूषण का स्तर कम रहता है जबकि शहर के औद्योगिक क्षेत्र में वायू प्रदूषण बहुत होता है। नेशनल एयर क्लीन प्रोग्राम के तहत शहर की हवा को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए सही आंकड़ों की जरूरत होगी। केंद्र सरकार से मिले 26 करोड़ रुपये में से इस प्रोजेक्ट पर पैसा खर्च किया जा रहा है। पीपीसीबी अधिकारियों के अनुसार एक महीने में यह यंत्र और डिस्प्ले लग जाएंगी।
कहां-कहां जांचा जाएगा एक्यूआइ
1. फोकल प्वाइंट
2. नेशनल हाईवे नंबर 44
3. घंटाघर एरिया में
4. किसी एक रिहायशी इलाके में
ऐसे होगी एक्यूआई की गणना
पीएयू सहित शहर में पांच जगह हवा में प्रदूषण का स्तर जांचने वाले यंत्र लग जाएंगे। पांचों उपकरणों की रीडिंग लेकर उनका औसत निकाला जाएगा जिसके आधार पर शहर की हवा में वायु प्रदूषण का स्तर तय होगा।
विकास कार्य पूरे होने के बाद होगा सुधार
शहर में इस समय कई जगह विकास कार्य चल रहे हैं। इस कारण हवा में धूल के कण मिल जाते हैं। यातायात प्रभावित होने से भी हवा में प्रदूषण का स्तर बढ़ता है। चल रहे विकास कार्य समाप्त हो जाएंगे तो एक्यूआइ में सुधार होगा।
एक्यूआइ स्थिति स्वास्थ्य पर प्रभाव
0-50 बेहतरीन सांस लेने में आसानी
51-100 संतोषजनक बीमार लोगों को सांस लेने में तकलीफ
101 से 200 प्रदूषित दिल, फेफड़े व अन्य बीमारियों के लोगों को सांस लेने में ज्यादा तकलीफ
201 से 300 ज्यादा प्रदूषित आम लोगों को भी सांस लेने में दिक्कत
301 से 400 खतरनाक ऐसी हवा में सांस लेने पर स्वस्थ लोग भी बीमार हो सकते हैं।
401 से 500 बेहद खतरनाक इस हवा में सांस लेने पर बीमार की मौत हो सकती है।
शहर का एयर क्वालिटी इंडेक्स नापने के लिए चार और जगह उपकरण लगाए जा रहे हैं। इस महीने के अंत तक डिस्प्ले व यंत्र इंस्टाल करने का काम शुरू हो जाएगा।
-संदीप बहल, सीनियर इंवायरमेंटल इंजीनियर पीपीसीबी लुधियाना।