नंबर वन की होड़ में संवरने लगे लुधियाना के पुलिस स्टेशन, इन मापदंडों पर उतरना होगा खरा

कामकाज की तैयारियों का जायजा लेने के लिए पुलिस कमिश्नर राकेश अग्रवाल ने पुलिस थानों और इमारतों में खुद जा कर वहां नजर रखनी शुरू कर दी है। पुलिस द्वारा तैयार की गई एक कमेटी सभी इमारतों का जायजा ले रही हैं।

By Edited By: Publish:Wed, 21 Jul 2021 07:44 AM (IST) Updated:Wed, 21 Jul 2021 07:44 AM (IST)
नंबर वन की होड़ में संवरने लगे लुधियाना के पुलिस स्टेशन, इन मापदंडों पर उतरना होगा खरा
कमिश्नरेट के अंर्तगत आते पुलिस स्टेशनाें की बदलेगी तस्वीर। (जागरण)

लुधियाना, [राजन कैंथ]। कमिश्नरेट के अंर्तगत आते पुलिस स्टेशन, चौकियां व अन्य यूनिटों में आने वाले लोग इन दिनों हैरत में पड़ जा रहे हैं। यहां पेंट की गई साफ सुथरी दीवारें, नीचे बिछे कालीन, डेकोरेटेड दफ्तर, अच्छे व्यवहार वाले पुलिसकर्मी तथा आने-जाने वालों के लिए चाय-पानी की पेशकश भी उन्हें खासी अचंभित कर रही है। दरअसल, 29 पुलिस स्टेशनों, 28 पुलिस चौकियों तथा 12 अन्य यूनिटों के बीच ऐसा पुलिस विभाग द्वारा चलाई गई प्रतियोगिता के तहत पहला इनाम जीतने के लिए किया जा रहा है। उनका विभिन्न मानकों पर आंकलन किया जाएगा। विजेता को तीन लाख रुपये मिलेंगे।

मापदंडों में इमारत का सुंदरीकरण शामिल है। इसके साथ उनके क्षेत्रों में साफ-सफाई, कानून-व्यवस्था की स्थिति और लंबित शिकायतों का निपटारा करने को प्राथमिकता को भी शामिल किया गया है। खराब प्रदर्शन करने वाली पुलिस यूनिटों के लिए सजा का भी प्रावधान रखा गया है। विभाग ने 1 जनवरी, 2020 को प्रतियोगिता की घोषणा की थी। इसके लिए पुलिस कर्मियों को उसकी तैयारी करने को कहा गया था। कोविड-19 के चलते मार्च 2020 में लगाए गए लाकडाउन के बाद उसे स्थगित कर दिया गया। 24 मार्च 2021 को विभाग ने फिर से प्रतियोगिता की घोषणा करते हुए एसएचओ, चौकी इंचार्ज और यूनिटों के प्रभारियों को कमर कसने की हिदायत जारी की। कामकाज की तैयारियों का जायजा लेने के लिए पुलिस कमिश्नर राकेश अग्रवाल ने पुलिस थानों और इमारतों में खुद जा कर वहां नजर रखनी शुरू कर दी है। पुलिस द्वारा तैयार की गई एक कमेटी सभी इमारतों का जायजा लेने के बाद बेस्ट पुलिस स्टेशन, पुलिस चौकी और पुलिस यूनिट का फैसला देगी। कमेटी में जनता के सदस्यों के अलावा पुलिस अधिकारी भी शामिल होंगे। 

जानें क्या है मापदंड

कसौटी पर खरा उतरने के लिए थानों, चौकियों व यूनिटों को कई मापदंडों को पूरा करना होगा। इसमें पब्लिक तक उनकी आसान लोकेशन, आसानी से पहुंचने की सुविधा, समुदायिक जागरूकता, सार्वजनिक सुविधाएं, अपराध की रोकथाम, थाना प्रबंधन, पारदर्शिता और जवाबदेही शामिल है। मूल्यांकन में विजिटर रूम की स्थिति भी शामिल होगी। इसके अलावा हेल्प डेस्क, उचित साइन बोर्ड के साथ रिसेप्शन, वेटिंग रूम में कुर्सियां, शौचालय और पानी और सुविधाएं, जांच अधिकारी का कार्यस्थल, पीओ की गिरफ्तारी की रिपोर्ट, एनडीपीएस मामलों के तहत वसूली। तीन माह के भीतर निपटाई गई शिकायतों का प्रतिशत, रिकार्ड रूम का रखरखाव, उपकरणों, हथियारों और वाहनों के रखरखाव के भी शामिल किया गया है।

ये मिलेंगे पुरस्कार

पहले नंबर पर आने वाले थाने को तीन लाख रुपये, दूसरे नंबर को एक लाख तथा तीसरे नंबर को 50 हजार रुपये इनाम के अलावा सर्टिफिकेट दिया जाएगा। पहले नंबर पर आने वाली पुलिस चौकी को एक लाख, दूसरे नंबर को 50 हजार तथा तीसरे नंबर को 25 हजार रुपये मिलेंगे। अन्य पुलिस यूनिटों में वूमेन सेल, एंटी ह्यूमन ट्रैफि¨कग सेल, साइबर सेल, आर्थिक अपराध सेल, ट्रैफिक विंग, मोटर ट्रांसपोर्ट सेक्शन, लाइसें¨सग यूनिट, सम्मन यूनिट शामिल हैं। उनमें पहली रैंक वाली यूनिट को 1 लाख रुपये, दूसरी रैंक वाली यूनिट को 50 हजार रुपये तथा तीसरी रैंक वाली यूनिट को 25 हजार रुपये मिलेंगे।

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