फूड डिलीवरी ब्वाय ने साथियों संग की थी ज्वेलरी शाप में लूट

हंबड़ा रोड स्थित सतगुरु ज्वेलर्स शाप में 19 अक्टूबर को हुई करीब 10 लाख की लूट की वारदात को पुलिस ने सुलझा लिया है। फूड डिलीवरी ब्वाय ने अपने साथियों के साथ मिलकर ज्वेलरी शाप में लूट को अंजाम दिया था।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 21 Nov 2021 07:06 PM (IST) Updated:Sun, 21 Nov 2021 07:06 PM (IST)
फूड डिलीवरी ब्वाय ने साथियों संग की थी ज्वेलरी शाप में लूट
फूड डिलीवरी ब्वाय ने साथियों संग की थी ज्वेलरी शाप में लूट

जागरण संवाददाता, लुधियाना : हंबड़ा रोड स्थित सतगुरु ज्वेलर्स शाप में 19 अक्टूबर को हुई करीब 10 लाख की लूट की वारदात को पुलिस ने सुलझा लिया है। फूड डिलीवरी ब्वाय ने अपने साथियों के साथ मिलकर ज्वेलरी शाप में लूट को अंजाम दिया था। वह कुछ दिनों से दुकान पर निगाह रखता था और ज्वेलर की हर गतिविधि की रेकी कर रहा था। पूरा होमवर्क करने के बाद उसने अपने साथियों के साथ वारदात को अंजाम दिया था। पुलिस ने वारदात में शामिल मुख्य सरगना समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया है। इनकी पहचान 19 वर्षीय मनजिदर सिंह, 19 वर्षीय गुरप्रीत सिंह, 23 वर्षीय जगदीश सिंह एवं 25 वर्षीय आशीष अग्रवाल के तौर पर हुई है। इनका एक साथी मक्खन सिंह फरार है। इनसे आभूषण, हथियार, कारतूस एवं कार बरामद की गई है।

पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने बताया कि मुख्य साजिशकर्ता मनजिदर सिंह फूड डिलीवरी ब्वाय के तौर पर काम करता है। वह इलाके में फूड आर्डर देने के वक्त ज्वेलर शाप पर नजर रखता था। उसे पता चला कि दुकान में रात के समय एक ही बुजुर्ग बैठता है। इसके बाद मनजिदर ने अपने साथियों के साथ लूट की साजिश रची। प्लानिग के अनुसार 19 अक्टूबर को मनजिदर, गुरप्रीत और मक्खन के साथ रात को करीब नौ बजे मोटरसाइकिल पर सवार होकर दुकान पर पहुंचा। उसने दुकान के मालिक को बंदूक की नोक पर डरा-धमकाकर गहने एवं नगदी लूट ली। इसके बाद पीएयू थाना एवं सीआइए स्टाफ की टीमें मौके पर पहुंची। लुटेरों को पकड़ने के लिए टीमें बनाई गईं। पुलिस ने 19 नवंबर को जांच के बाद चंडीगढ़ रोड पर फर्जी रजिस्ट्रेशन नंबर की कार में लुधियाना की ओर से आ रहे मनजिंदर, गुरप्रीत और जगदीश को गिरफ्तार कर लिया। उनसे .32 बोर की पिस्तौल, छह कारतूस, खिलौना पिस्तौल, तेजधार हथियार, कार एवं वारदात में इस्तेमाल की गई साइकिल, लूटे गए गहने बरामद कर लिए गए हैं। पूछताछ में पता चला कि आशीष ने इन्हें हथियार सप्लाई किए थे। उसे भी 20 नवंबर को गिरफ्तार कर लिया गया। फिलहाल मक्खन सिंह की तलाश जारी है।

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