Strike In Ludhiana: फोन पर कहा-11 बजे रजिस्ट्री लेने पहुंचो, करनाल से लुधियाना पहुंचा तो दफ्तर मिला बंद

Strike In Ludhiana डीसी एसडीएम व सब रजिस्ट्रार दफ्तरों के कर्मचारी तीन दिन की हड़ताल पर हैं और रेवेन्यू अफसरों ने भी उनका साथ देने के लिए तीन दिन की हड़ताल पर हैं। हड़ताल के दूसरे दिन भी कई दफ्तरों में कामकाज ठप रहा।

By Vipin KumarEdited By: Publish:Tue, 03 Aug 2021 01:07 PM (IST) Updated:Tue, 03 Aug 2021 01:07 PM (IST)
Strike In Ludhiana: फोन पर कहा-11 बजे रजिस्ट्री लेने पहुंचो, करनाल से लुधियाना पहुंचा तो दफ्तर मिला बंद
लुधियाना में कर्मचारियाें की हड़ताल से लाेग हाे रहे परेशान। (जागरण)

जागरण संवाददाता, लुधियाना। Strike In Ludhiana: हरियाणा के करनाल जिले के जसपाल ने 26 जुलाई को लुधियाना केंद्रीय सब रजिस्ट्रार दफ्तर में अपनी मां के नाम से अपने नाम रजिस्ट्री करवाई। जसपाल ने कुछ दिन पहले दफ्तर में फोन करके पूछा कि उन्हें रजिस्ट्री कब तक मिलेगी तो उन्हें जवाब मिला कि मंगलवार 11 बजे तक आएं और अपनी रजिस्ट्री लेकर जाएं। जसपाल अपनी बहन के साथ सुबह नौ बजे ही गिल रोड स्थित सब रजिस्ट्रार दफ्तर में पहुंचा तो उसे पता चला कि दफ्तर में हड़ताल है और उसे रजिस्ट्री नहीं मिलेगी। इसी तरह अन्य लोग भी बिना रजिस्ट्री करवाए वापस लौट गए। यही नहीं मंगलवार को गिल रोड स्थित सब रजिस्ट्रार दफ्तर के फर्द केंद्र में भी कामकाज ठप रहा और लोगों को फर्द भी नहीं मिली।

डीसी, एसडीएम व सब रजिस्ट्रार दफ्तरों के कर्मचारी तीन दिन की हड़ताल पर हैं और रेवेन्यू अफसरों ने भी उनका साथ देने के लिए तीन दिन की हड़ताल पर हैं। हड़ताल के दूसरे दिन भी डीसी, एसडीएम व सब रजिस्ट्रार दफ्तरों में कामकाज ठप रहा। हड़ताल के कारण लोग परेशान होने लगे हैं। जसपाल का कहना है कि वह रजिस्ट्री लेने के लिए मंगलवार सुबह सुबह करनाल से मोटर साइकिल पर अपनी बहन के साथ आया ताकि उसे रजिस्ट्री मिल जाए। लेकिन हड़ताल के कारण उसे रजिस्ट्री नहीं मिली।

उसने बताया कि लुधियाना के डाबा रोड पर उसका एक घर है जो कि उसकी मां के नाम पर है। यह मकान बेचना है और मां रजिस्ट्री करवाने नहीं आ सकती है इसलिए पहले मकान को अपने नाम करना है। उसने बताया कि बुधवार को भी हड़ताल है ऐसे में यहां रूकने का भी कोई फायदा नहीं है और उन्हें अब बिना रजिस्ट्री लिए वापस जाना पड़ेगा। फर्द लेने आई महिला अंजना ने बताया कि फर्द लेने पहले पटवारखाने गई तो वहां भी फर्द नहीं मिली। उसके बाद वह दो दिन से फर्द केंद्र में आ रही हैं लेकिन हड़ताल के कारण उन्हें फर्द नहीं मिल पाई।

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