Weather Forecast Ludhiana: लुधियाना में चौथे दिन भी बादलों का डेरा, लोगाें काे गर्मी से मिली राहत
Weather Forecast Ludhiana लुधियाना में सुबह नौ बजे अधिकतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस रहा। मौसम विभाग के अनुसार आज पूरा दिन बादल छाए रहेंगे। बीच में दोपहर 12 बजे के बाद सूर्य देव के दर्शन हो सकते है लेकिन कुछ देर के लिए।
लुधियाना, जेएनएन। Weather Forecast Ludhiana: महानगर में मौसम के तेवर नरम पड़े हुए है। पिछले चार दिनों से वेस्टर्न डिस्टर्बेंस की वजह से बादलों और बारिश का शहर में आना जाना लगा हुआ है। सुबह रोज बादल आकर लोगों को गर्मी से राहत दिला रहे हैं। लोग भी मौसम के ठंडा रहने से खुश है। शनिवार सुबह भी बादलों ने शहर को अपनी आगोश में लिया। काले बादलों के बीच हवाएं चल रही थी, जिससे तापमान काफी रहा।
लुधियाना में सुबह नौ बजे अधिकतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस रहा। मौसम विभाग के अनुसार आज पूरा दिन बादल छाए रहेंगे। बीच में दोपहर 12 बजे के बाद सूर्य देव के दर्शन हो सकते है, लेकिन कुछ देर के लिए। शाम को हल्की बारिश या गरज के साथ छींटे पड़ सकते है। बता दें कि जून में हमेशा 40 से 42 डिग्री सेल्सियस के बीच तापमान रहता है। लेकिन इस साल जून में अधिकतम तापमान 30 से 31 डिग्री सेल्सियस के आसपास चल रहा है, जो कि सामान्य से 8 से 10 डिग्री सेल्सियस अधिक है। मौसम वैज्ञानिक इस बदलाव को क्लाइमेट चेंज का असर बता रहे हैं।
शुक्रवार को तेज हवाओं के बीच हुई थी बारिश
शुक्रवार को भी वेस्टर्न डिस्टबेंस की वजह से तेज हवाओं के बीच बारिश हुरई थी। जिले में 18.6 मिलीमीटर बारिश रिकाॅर्ड की गई थी। बारिश व तेज हवाओं की वजह से अधिकतम तापमान केवल 30.6 डिग्री रिकाॅर्ड किया गया था जबकि सामान्य तौर पर जून के पहले सप्ताह में अधिकतम तापमान 40.6 डिग्री सेलिसयस रहता है। पीएयू मौसम विभाग की प्रमुख डाॅ. प्रभजोत कौर सिद्धू के अनुसार साल 1999 के बाद पहली बार चार जून को अधिकतम तापमान इतना कम हुआ है।
जून के पहले सप्ताह में तापमान 40 से 42 डिग्री रहता है पारा
साल 1999 में अधिकतम तापमान 29.5 डिग्री सेलिसयस रिकार्ड किया गया था। यहीं नहीं, पिछले चार दिनों से लगातार अधिकतम तापमान 30 से 31 डिग्री सेलिसयस के बीच तापमान चल रहा है। अमूमन ऐसा नहीं देखने को मिला। जून के पहले सप्ताह में तापमान 40 से 42 डिग्री सेलिसयस के बीच रहता है। एकाएक तापमाान का इतना कम हो जाना यह क्लाइमेट चेंज कीवजह से है। इसका फसलों पर बुराअसर पड़ना लाजिमी है।