कांट्रेक्ट व डीपीएल वर्करों ने पीएयू के सभी गेट बंद करने और दिनरात हड़ताल की चेतावनी दी
पीएयू कांट्रैक्ट एंड डीपीएल वर्कर एसोसिएशन ने अपनी मांगे पूरी न होने के विरोध में कड़ा रुख अपना लिया है। एसोसिएशन ने यूनिवर्सिटी बंद करने की चेतावनी दे डाली है।
जागरण संवाददाता, लुधियाना : पीएयू कांट्रैक्ट एंड डीपीएल वर्कर एसोसिएशन ने अपनी मांगे पूरी न होने के विरोध में कड़ा रुख अपना लिया है। एसोसिएशन ने यूनिवर्सिटी बंद करने की चेतावनी दे डाली है। सोमवार को एसोसिएशन द्वारा पहले सुबह से लेकर दोपहर तक थापर हाल के बाहर धरना दिया गया, इसके बाद शाम चार बजे के बाद से पूरे कैंपस में रोष मार्च निकाला गया। इसमें करीब पांच सौ से अधिक कर्मचारी शामिल हुए। इन कर्मियों ने पीएयू के सभी कालेजों में जाकर नारेबाजी की। मुलाजिमों में यूनिवर्सिटी के अधिकारियों और पंजाब सरकार के प्रति काफी रोष दिखा।
एसोसिएशन के प्रधान जगविदरजीत सिंह ग्रेवाल व महासचिव इंद्रपाल सिंह ने कहा कि उनकी मांगे जायज है। मुलाजिमों का कहना था कि उन्हें यूनिवर्सिटी में नौकरी करते हुए दस से बीस साल हो गए हैं, लेकिन अभी तक वो पक्के नहीं हो पाए। उन्हें सात हजार रुपये मासिक वेतन ही मिलता है। सरकार ने बीते दिनों घोषणा की थी कि जिन डीपीएल और ठेके वाले मुलाजिमों की दस साल की नौकरी हो गई हैं, उन्हें पक्का किया जाएगा। उन्होंने कहा कि उनकी मांग है कि बिना शर्त डीपीएल व कांट्रैक्ट वर्करों को पक्का किया जाए। ग्रेवाल ने चेतावनी दी कि यदि मंगलवार शाम तक उनकी मांग को लेकर सरकार व यूनिवर्सिटी प्रबंधन ने कुछ नहीं किया, तो वे बुधवार से यूनिवर्सिटी के सभी गेटों के बाहर धरना देकर आवाजाही पूरी तरह से बंद करवा देंगे। इसके साथ ही कामकाज का पूरी तरह से बायकट करते हुए दिन के साथ साथ रात में भी धरना देंगे। यूनिवर्सिटी प्रबंधन और सरकार अगर तब भी नहीं मानी, तो भूख हड़ताल शुरू करेंगे।