पटियाला में बास्केटबॉल के राष्ट्रीय खिलाड़ी को दोस्तों ने भाखड़ा नहर में डूबोया, रात में बुला ले गए थे घर से

7 जून रात साढ़े दस बजे घर से गए इंद्रप्रीत का पता नहीं चला तो धर्मपाल ने उसकी काफी तलाश की। जब बेटे का सुराग नहीं लगा पाए तो उन्होंने पुलिस को शिकायत दी। इसके बाद इंद्रप्रीत के दोस्तों ने पुलिस के सामने सच्चाई उगल दी।

By Pankaj DwivediEdited By: Publish:Wed, 09 Jun 2021 01:35 PM (IST) Updated:Wed, 09 Jun 2021 03:30 PM (IST)
पटियाला में बास्केटबॉल के राष्ट्रीय खिलाड़ी को दोस्तों ने भाखड़ा नहर में डूबोया, रात में बुला ले गए थे घर से
17 साल का इंद्रप्रीत सिंह बास्केबॉल का नेशनल खिलाड़ी थी। फाइल फोटो

पटियाला, जेएनएन। नाइट कर्फ्यू के बाद भी रात में एक बास्केबॉल जूनियर विंग के नेशनल खिलाड़ी 17 साल के इंद्रप्रीत को जरूरी काम के के बहाने दोस्त अपने साथ ले गए और संगरूर रोड स्थित पसियाणा थाना के सामने भाखड़ा नहर में डूबो दिया। इंदरप्रीत के पिता धर्मपाल सिंह पंजाब पुलिस में सिपाही हैं और ग्रीन पार्क कालोनी में रहते हैं। 7 जून रात साढ़े दस बजे घर से गए इंद्रप्रीत का पता नहीं चला तो धर्मपाल ने उसकी काफी तलाश की। जब बेटे का सुराग नहीं लगा पाए तो उन्होंने पुलिस को शिकायत दी। इसके बाद इंद्रप्रीत के दोस्तों ने पुलिस के सामने सच्चाई उगल दी कि वह डूब गया है। पुलिस ने इंद्रप्रीत के चार दोस्तों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।

आरोपितों की पहचान सरबलंद सिंह निवासी अंबिका एंक्लेव सनौर रोड, आर्यन संधू उर्फ बिल्ला निवासी संत एंक्लेव सूल्लर, आदेश प्रताप सिंह निवासी फतेहपुर राजपूतां व अनंत सिंह निवासी गांव दफ्तरी वाला घग्गा के रूप में हुई है। इन लोगों को खिलाफ धारा 304 आईपीसी के तहत थाना पसियाणा में केस दर्ज हुआ है।

इस वजह से हुआ शक

धर्मपाल सिंह ने बताया कि आरोपित आर्यन संधू व अन्य आरोपित युवकों की उम्र बीस साल से अधिक है जबकि उनका बेटा महज 17 साल का था। आर्यन संधू बास्केटबॉल का खिलाड़ी है और उनके बेटे इंदरप्रीत का सीनियर था। इस वजह से दोनों के बीच दोस्ती थी। घटना वाली रात भी वही उसे लेकर गया था। तलाश करते हुए जब वह नहर किनारे मौजूद उन लोगों से उसके बारे में पूछा तो तो उन्होंने कुछ नहीं बताया। यहां तक कि उसका फोन व अन्य सामान की जानकारी नहीं दी। पुलिस कंप्लेंट के बाद आरोपितों ने बताया कि इंदरप्रीत सिंह डूब गया है।

दो बहनों का इकलौता भाई था इंद्रप्रीत

इंद्रप्रीत सिंह के पिता धर्मपाल सिंह आर्मी से रिटायर होने के बाद पंजाब पुलिस में सिपाही भर्ती हुए थे। इन दिनों वह एसपी ट्रैफिक पलविंदर सिंह चीमा के ड्राइवर तैनात हैं। उनके परिवार में इंदरप्रीत के अलावा दो बड़ी बेटियां हैं। वह उनका इकलौता भाई था।

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