दोष दर्शन एवं उनके निवारण के महान संदेश लेकर आए पर्यूषण पर्व : साध्वी संचिता
एसएस जैन स्थानक सिविल लाइंस में महासाध्वी वीणा महाराज ठाणा-5 सुखसाता विराजमान हैं।
संस, लुधियाना : एसएस जैन स्थानक सिविल लाइंस में महासाध्वी वीणा महाराज ठाणा-5 सुखसाता विराजमान हैं। इस अवसर पर प्रवचन प्रभाविका श्री संचिता महाराज ने कहा कि आत्माराधना एवं स्व दोष दर्शन एवं उनके निवारण के महान संदेश लेकर पर्यूषण पर्व आए हैं। इन्हीं पर्व का महत्व यह है कि कुछ भी तप त्याग न करने वाले के मन में भी कुछ न कुछ सद्कर्म कर गुजरने के भाव मन में जगते हैं। जो लोग एक घंटे के लिए भोजन नहीं छोड़ पाते थे या एक कप चाय छोड़ नहीं सकते थे। वे लोग भी तेले-तेले, अठाईयां तक तप किया करते हैं। यह पर्यूषण पर्व की महत्ता है, जिसमें लोग एक दूसरे को क्षमाचायना से लेकर भूल शिकवे दूर करते है। पर्यूषणों के दौरान अन्तकृद्र दशांग सूत्र की वाचना की जाती है। इस अवसर पर चातुर्मास कमेटी चेयरमैन जितेंद्र जैन श्रमण जी यार्न, सभाध्यक्ष अरिदमन जैन ने कहा कि पर्यूषण पर्व चार सितबर से 11 सितबर तक होंगे, जिसमें जप, तप, स्वाध्याय, आदि अनुष्ठानों में श्रावक श्राविकाएं हिस्सा लेते है उसके पश्चात क्षमा दे क्षमा ले का पर्व संवत्सरी आता है, जिसमें सभी अपने से भूल चूक को लेकर एक दूसरे से क्षमायाचना करते हैं। इस अवसर पर सीनियर उपाध्यक्ष सुभाष जैन महावीर, महामंत्री प्रमोद जैन, कोषाध्यक्ष रजनीश जैन गोल्ड स्टार, विनोद जैन गोयम, विजय जैन जैनपैकेवल, अनिल जैन बावा, संजय जैन, वैभव जैन और समस्त कार्यकारिणी सदस्यगण शामिल थे।