आत्म साधना का समय है पर्युषण महापर्व : मुनि भूपेंद्र कुमार

पर्युषण महापर्व हमें भोग से त्याग की ओर बढ़ने की प्रेरणा प्रदान करता है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 02 Sep 2021 06:15 PM (IST) Updated:Thu, 02 Sep 2021 06:15 PM (IST)
आत्म साधना का समय है पर्युषण महापर्व :  मुनि भूपेंद्र कुमार
आत्म साधना का समय है पर्युषण महापर्व : मुनि भूपेंद्र कुमार

संस, लुधियाना : पर्युषण महापर्व हमें भोग से त्याग की ओर बढ़ने की प्रेरणा प्रदान करता है। जीवन में जब त्याग का अवतरण होता है तब ही हमारी साधना है। वह हमें सफलता की ओर आगे बढ़ाना प्रारंभ कर देती है। पर्युषण महापर्व सभी के लिए एक नया संदेश लेकर आता है। हम अपने जीवन में आत्म साधना के पथ पर आगे बढ़ने का प्रयास करेंगे, तो हमारा पर्युषण महापर्व है। यह विचार तुलसी कल्याण केंद्र के प्रांगण में पर्युषण महापर्व पर प्रेरणा प्रदान करते हुए मुनि भूपेंद्र कुमार ने व्यक्त किए।

उन्होंने कहा पर्युषण महापर्व के नौ दिनों का समय हमारे लिए और भी ज्यादा महत्वपूर्ण बन जाता है। इन नौ दिनों के अंदर हमको खाद्य संयम स्वाध्याय सामायिक वाणी, संयम अणुव्रत चेतना, जप ध्यान, संवत्सरी महापर्व। वह क्षमा याचना दिवस मनाना है। इसी के साथ में पर्युषण काल में हम प्रतिदिन कम से कम तीन सामायिक करने का प्रयास करें। प्रतिदिन दो घंटा मौन रखने एक घंटा स्वाध्याय, नौ द्रव्य से ज्यादा खाने का त्याग रखने का प्रयास करें। जमिकंद और सचित्र वस्तु का खाने का त्याग रखने का प्रयास करें। तब ही हमारा पर्युषण महापर्व है। इससे पहले मुनि पदम कुमार ने मंगल गीत गाए।

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