फरीदकोट के कलेर में माता-पिता ने सवा माह की बेटी को गटर में फेंका, बच्ची की मौत
पंजाब के फरीदकोट स्थित गांव कलेर में एक परिवार ने अपनी सवा माह की बेटी को शौचालय के गटर में फेंक दिया। इससे उसकी मौत हो गई। इसके बाद माता-पिता ड्रामा करने लगे कि उनकी बच्ची कहीं गायब हो गई है।
जेएनएन, फरीदकोट। फरीदकोट के गांव कलेर माता-पिता ने ही अपनी सवा माह की बेटी को शौचालय के गटर में फेंककर मार डाला। इसकेे बाद उन्होंने ड्रामा किया कि उनकी बच्ची कहां गायब हो गई है। लेकिन, जब पुलिस को उनकी बातों पर शक हुआ तो सख्ती से पूछताछ की गई, जिसमें उन्होंने हत्या का राज खोला। यह परिवार गांव कलेर में ईंट भट्ठे पर काम करता है।
लोगों को घटना का पता शुक्रवार सुबह चला। ईंट भट्ठे पर काम करने वाले मजदूर परिवार ने शोर मचाया कि उनकी सवा महीने की बेटी घर से गायब है, जिसे कोई उठा कर ले गया। काफी तलाश करने के बाद लड़की का कुछ पता नहीं चल पाया। गांववासियों को परिवार पर ही शक हो गया। जब गांववासियों ने परिवार से पूछताछ की तो उन्होंने खुलासा किया उन्होंने खुद ही अपनी बेटी को फ़्लश के टैंक में फेंक दिया है। लड़की को तुरंत बाहर निकाला गया, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। मामले में थाना सदर पुलिस मौके पर पहुंची और जांच का काम शुरू किया।
मौके पर साथी मजदूर जगजीत सिंह और कपिल ने बताया के मजदूर रज्जो यूपी का रहने वाला है। उसने सुबह पांच बजे शोर मचाया कि उसकी बच्ची को कोई उठाकर ले गया, काफी तलाश करने के बाद जब बच्ची नहीं मिली तो हमने फ़्लश में देखा। जब फ़्लश के स्लैब को उखाड़ कर देखा तो बच्ची उसके अंदर थी और उसको जब सरिए की मदद से निकाला गया तब तक बच्ची की मौत हो चुकी थी। मजदूर के पहले भी एक लड़का और दो लड़कियां है, यह तीसरी लड़की थी। यह परिवार गांव के भट्ठे पर करीब 7 महीने से काम कर रहा था।
डीएसपी सतविंदर सिंह ने कहा के बच्ची की माता द्वारा इस घटना को अंजाम दिया गया, क्योंकि उसकी पहले ही दो बेटियां थी और अब वह लड़के की उम्मीद करती थी, पर लड़की होने से निराश थी। इसके कारण उसने अपनी बच्ची को जिंदा ही गटर में फेंक दिया, जिसके चलते उसकी मौत हो गई। आरोपित के खिलाफ 302 का मामला दर्ज कर लिया गया है।