नगर निगम अफसरों को सता रहा कार्रवाई का डर, लापरवाही पड़ सकती है भारी

नगर निगम जोन डी में हुई बैठक में कमेटी ने बिल्डिंग ब्रांच के अफसरों से एक साल में किए गए चालानों सील की गई इमारतों से वसूले गए फंड की रिपोर्ट मांगी थी।

By Sat PaulEdited By: Publish:Thu, 04 Jun 2020 09:39 AM (IST) Updated:Thu, 04 Jun 2020 09:39 AM (IST)
नगर निगम अफसरों को सता रहा कार्रवाई का डर, लापरवाही पड़ सकती है भारी
नगर निगम अफसरों को सता रहा कार्रवाई का डर, लापरवाही पड़ सकती है भारी

लुधियाना, जेएनएन। चेंज ऑफ लैंड यूज व डेवलपमेंट चार्जेज तय करने के लिए बनाई कमेटी ने बिल्डिंग इंस्पेक्टर से लेकर निगम कमिश्नर तक सभी की जमकर क्लास लगाई और अफसरों की लापरवाही की रिपोर्ट स्थानीय निकाय मंत्री को भेजी।

बुधवार को मेयर बलकार सिंह संधू कैबिनेट मंत्री भारत भूषण आशु के साथ चंडीगढ़ पहुंचे तो निगम अफसरों में हड़कंप मच गई। निगम दफ्तरों में चर्चा रही कि मेयर अफसरों की लापरवाही की पूरी रिपोर्ट लेकर स्थानीय निकाय मंत्री के पास गए हैं और अब कार्रवाई होना तय है। हालांकि मेयर बलकार सिंह संधू ने स्थानीय निकाय मंत्री से मिलने की बात से इंकार किया और कहा कि वह अपने निजी काम से चंडीगढ़ गए थे।

नगर निगम जोन डी में हुई बैठक में कमेटी ने बिल्डिंग ब्रांच के अफसरों से एक साल में किए गए चालानों, सील की गई इमारतों से वसूले गए फंड की रिपोर्ट मांगी थी और एडीशन कमिश्नर ऋषिपाल सिंह को कह दिया था कि मंगलवार रात तक ही यह रिपोर्ट मेयर को भेज दें।

बताया जा रहा है कि ऋषिपाल ने यह पूरी रिपोर्ट मंगलवार देर रात तक मेयर के पास पहुंचा दी थी। मेयर इस रिपोर्ट व बैठक की कार्रवाई रिपोर्ट लेकर स्थानीय निकाय मंत्री के पास गए ताकि निगम को आर्थिक नुकसान करवाने वाले अफसरों के खिलाफ कार्रवाई की जा सके। गौरतलब है कि कमेटी ने अपनी प्रोसिडिंग में अवैध निर्माण व फिरोजगांधी मार्केट में दस मंजिला कांप्लेक्स के निर्माण में हुई धांधली के लिए इंस्पेक्टर से लेकर कमिश्नर तक की जिम्मेदारी फिक्स की थी। मेयर बलकार सिंह संधू ने कहा कि वह चंडीगढ़ जरूर गए थे लेकिन उनकी मंत्री से कोई मुलाकात नहीं हुई।

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