पंजाब के बरनाला में ऑक्सीजन सप्लायर का आपूर्ति से इनकार, सिविल अस्पताल प्रबंधन की फूली सांसें

बरनाला के सिविल सर्जन डा. हरिंदरजीत सिंह गर्ग ने बताया कि जिले में एक कोविड सेंटर बनाया गया है। इसमें 50 बैड कोविड मरीजों के लिए लगाए गए हैं। यहां जरूरत अनुसार डाक्टर भी मौजूद हैं जो कोरोना मरीजों को इलाज मुहैया करवा रहे हैं।

By Pankaj DwivediEdited By: Publish:Thu, 22 Apr 2021 05:59 PM (IST) Updated:Thu, 22 Apr 2021 05:59 PM (IST)
पंजाब के बरनाला में ऑक्सीजन सप्लायर का आपूर्ति से इनकार, सिविल अस्पताल प्रबंधन की फूली सांसें
बरनाला सिविल अस्पताल में रोजना 50 ऑक्सीजन सिलेंडर की खपत होती है।

बरनाला, [हेमंत राजू]। बरनाला में आक्सीजन सप्लायर के आपूर्ति से हाथ खड़े करने पर सिविल अस्पताल प्रबंधन के हाथ-पांव फूल गए हैं। राजपुरा से सिविल अस्पताल बरनाला को प्रतिदिन करीब 50 सिलेंडर आक्सीजन की सप्लाई मिलती है। अब सप्लायर ने कह दिया है कि वह ऑक्सीजन की सप्लाई नहीं दे सकता। बता दें कि इस समय बरनाला में कोरोना के एक्टिव केस 304 हैं।

सिविल सर्जन डॉ. हरिदरजीत गर्ग ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से वैक्सीन कम है। एक टीम चंडीगढ़ में वैक्सीन लेने गई है। 1800 मरीजों को रोजाना कोरोना वैक्सीन लगाई जाती है। रोजाना 20 से 30 लोग कोरोना पॉजीटिव आ रहे हैं। सरकारी अस्पताल में ओपीडी रोज की तरह चल रही है। जबकि सरकारी हिदायतों अनुसार गैर जरूरी आपरेशन व सर्जरी अभी बंद है। कोरोना मौत दर संबंधी उन्होंने कहा कि से विगत सप्ताह में 3 लोगों की कोरोना से माैत हो चुकी है। मृतक अन्य बीमारियों से भी पीड़ित थे।

कोरोना वायरस की दूसरी लहर दौरान देश में कोरोना मामलों में लगातार बढ़ाैतरी हो रही है। कोरोना वायरस के एक वर्ष बाद भी जिले में इमरजेंसी हालातों से निपटने के लिए आईसीयू में वेंटिलेटर का कोई प्रबंध नहीं है। गंभीर हालात में मरीज को अन्य बड़े अस्पतालों में रेफर कर दिया जाता है। जिला स्तर पर एक 50 बेड का कोविड सेंटर तैयार किया गया है। इसमें कोरोना मरीजों का इलाज किया जाता है। जिले में रोजाना 400-500 लोगों के कोरोना टेस्ट करवाए जाते हैं।  

सिविल सर्जन डा. हरिंदरजीत सिंह गर्ग ने बताया कि कोरोना वायरस की दूसरी लहर के चलते सरकारी अस्पताल में पुख्ता प्रबंध किए जा रहे हैं। जिला स्तर पर एक कोविड सेंटर बनाया गया है। इसमें 50 बैड कोविड मरीजों के लिए लगाए गए हैं। इस टेंपरेरी अस्पताल में जरूरत अनुसार डाक्टर भी मौजूद हैं, जो कोरोना मरीजों को इलाज मुहैया करवा रहे हैं।

इसके अलावा महल कलां में 30 बैड का यूनिट तैयार किया गया है। अस्पताल में वेंटिलेटर व आईसीयू संबंधी सिविल सर्जन ने बताया कि अस्पताल में फिलहाल अस्पताल एल सुविधा  वाला है, जहां वेंटिलेटर का इस्तेमाल नहीं किया जाता। जो मेडिकल कॉलेज फरीदकोट या पटियाला में हैं। वहां जिला स्तर पर सेहत विभाग के पास वेंटिलेटर मौजूद हैं व इसे चालू करवाने के लिए उच्च अधिकारियों को लिखकर भेजा गया है तथा जरूरी स्टाफ की मांग की गई है। एक एंबूलैंस 24 घंटे सेवा के लिए तैयार रहती है ताकि हालत गंभीर होने पर मरीज को किसी बड़े अस्पताल में इलाज के लिए पहुंचाया जा सके।

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