बाॅडी बनाने में चक्कर में लिवर हो सकता है खराब, बिना सलाह न करें इनका इस्तेमाल

जिम में कई घंटे तक पसीना बहाने के साथ युवा मसल्स बनाने के लिए डाइट सप्लीमेंट भी ले रहे हैं, जिनका लिवर पर बुरा असर हो रहा है।

By Sat PaulEdited By: Publish:Mon, 21 Jan 2019 03:00 PM (IST) Updated:Mon, 21 Jan 2019 03:56 PM (IST)
बाॅडी बनाने में चक्कर में लिवर हो सकता है खराब, बिना सलाह न करें इनका इस्तेमाल
बाॅडी बनाने में चक्कर में लिवर हो सकता है खराब, बिना सलाह न करें इनका इस्तेमाल

जेएनएन, लुधियाना। फ‍िल्मी सितारों को देकर बॉडी बनने के चक्कर में आजकल के युवा अपनी सेहत को बिगाड़ रहे हैं। जिम में कई घंटे तक पसीना बहाने के साथ युवा मसल्स बनाने के लिए डाइट सप्लीमेंट भी ले रहे हैं, जिनका लिवर पर बुरा असर हो रहा है। युवाआें का लिवर डैमेज होने के कई मामले सामने आ रहे हैं। मार्केट में केमिस्टों व दूसरी दुकानों में फूड सप्लीमेंट के डिब्बे आम देखने को मिल जाते है। युवाओं को इन स्पलीमेंटस का इस्तेमाल डॉक्टरों की सलाह के बिना नहीं करना चाहिए। इन सप्लीमेंट्स के अत्यधिक सेवन से कई तरह की बीमारियां हो सकती हैं।

फ‍िल्मी स्टार्स की तरह दिखने की चाहत

पर्दे पर फिल्मी स्टार की बॉडी युवाओं को खूब लुभाती है। युवा चाहते हैं कि उनका शरीर भी फिल्म स्टार्स की तरह दिखे। ऐसे में छरहरी काया पाने के लिए युवा जिम ज्वाइन कर रहे हैं। जिम में घंटों पसीना बहाने के साथ-साथ युवा मसल्स बनाने के लिए इस तरह से डाइट सप्लीमेंट ले रहे हैं, जिसका शरीर पर बुरा असर पड़ रहा है। युवाओं की ओर से एनाबोलिक स्टेरॉयड इंजेक्शन और कैप्सूल के तौर पर ली जाती है। डॉ. कुमार ने कहा कि स्टेरॉयड युक्त सप्लीमेंट्स के ओवरडोज से लीवर पर बहुत बुरा असर पड़ता है।

जानें क्या कहते हैं विशेषज्ञ

बीएलके इंस्टीट्यूट फॉर डाइजेस्टिव एंड लिवर डिसीज के एचओडी व चेयरमैन डॉ. अजय कुमार का कहना है कि उनके पास इलाज के लिए ऐसे युवा आ रहे हैं, जिन्हें लिवर से संबंधित रोग जिम में लिए गए एनाबोलिक स्टेरॉयड की वजह से हुए। एनाबोलिक स्टेरॉयड इंजेक्शन और कैप्सूल के तौर पर ली जाती है। डॉ. कुमार ने कहा कि स्टेरॉयड युक्त सप्लीमेंट्स के ओवरडोज से लीवर पर बहुत बुरा असर पड़ता है। इस तरह की दवाइयाें और कैप्सूल का इस्तेमाल विशेषज्ञ की सलाह के बिना नहीं करना चाहिए। इनका बिना किसी की सलाह से ज्यादा सेवन करना काफी हानिकारक सिद्ध हो सकता है। बॉडी बनाने के लिए दूध से बने वे प्रोटीन लिए जा सकते हैं। इसके अलावा दालों में प्रोटीन काफी ज्यादा होता है।

डाइट में यह चीजें करें शामिल

बाॅडी बनाने के लिए जरूरी नहीं कि सप्लीमेंट का ही सहारा लेना जरूरी है। यदि हम हम अपनी डाइट में सुधार करें तो मसल्स के साथ-साथ बॉडी को भी बेहतर बनाया जा सकता है। बॉडी बनाने के लिए खाने में प्रोटीन के स्रोतों को जरूर शामिल करें। दूध, अंडे, केले, नॉन वेज, पनीर आदि का सेवन कर सकते हैं। सुबह नाश्ते में चाय या दूध ले सकते हैं। चीज़ लगाई हुई दो ब्रेड पीस, चार अंडे के आमलेट के साथ एक गिलास दूध हर रोज लें। दोपहर के भोजन के पहले एक गिलास फलों का रस, एक कप गिरिदार सूखे मेवे खा सकते हैं। दोपहर के भोजन में चपातियां, गाढ़ी दाल, सब्जियां, चावल, एक कप दही व सलाद जरूर खाएं। शाम के समय एक वेजीटेबल सैंडविच या चटनी सांभर के साथ दो इडली। रात्रि भोज में चार चपातियां या तीन पराठें, दो कटोरी दाल या पनीर की सब्जी या 100 ग्राम मीट या मछली, एक कटोरी सब्जी ले सकते हैं। रात को सोते समय एक गिलास दूध अवश्य लें।

हरियाणा की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

पंजाब की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें 

chat bot
आपका साथी