आज कोई भी सुखी नहीं : राजेंद्र मुनि
एसएस जैन स्थानक किचलू नगर में प्रवर्तक राजेंद्र मुनि व सुरेंद्र मुनि के सानिध्य में रविवार को प्रार्थना सभा हुई।
संस, लुधियाना : एसएस जैन स्थानक किचलू नगर में प्रवर्तक राजेंद्र मुनि व सुरेंद्र मुनि के सानिध्य में रविवार को प्रार्थना सभा हुई। राजेंद्र मुनि ने कहा कि आज के जमाने में कोई सुखी नहीं है। जिस देवता के बारे में सोचते हैं कि वो सुखी होगा, लेकिन वह बहुत दुखी है। अरे राजा लोग भी बहुत दुखी है, उन्हें कुर्सी की हर समय चिता लगी रहती है। ये सेठ लोग भी परेशान हैं, भले ही पैसों के ढेर लगे हैं। धन तो काफी है, पर सब कुछ नहीं है। आपको सोना भी तो यही कहता है कि सो-ना अर्थात मेरे को चाहने वाले अब तुझे नींद की आगोश में नहीं जाने दूंगा। गुरुदेव ने कहा कि सोने वाले को सोना नहीं मिलता जिसे सोना मिल गया फिर सोना नहीं मिलता। जैन संत आपके न नोट, न वोट और न ही स्पॉट लेते हैं। वह सिर्फ आपके खोट लेते हैं। सुरेंद्र मुनि ने कहा कि ये जिदगी बिना सहयोग के नहीं चल सकती। सह-योग अर्थात साथ में जुड़ जाना। दुख सुख में एक दूसरे के काम आना ही सहयोग होता है। शनिवार को गुरुदेव राजेंद्र मुनि ने कहा था कि मन और आत्मा में जब तक गांठ लगी है तब तक धर्म का संचार नहीं हो सकता। इसलिए भगवान महावीर स्वामी ने कहा कि वह आराधक भी नहीं हो सकता। जो कषाय का, क्रोध का उपशम नहीं करता, वह धर्म का आराधक नहीं है। और जो क्रोध करता है ,उसकी आराधना नहीं होती जो क्रोध आदि का उपशम करता है, खमत-खमाणा करता है वही आराधक होता।