निहाल के परिवार ने एक रात पहले खाली किया मकान, मांगी हुई कार से हुआ फरार

खन्ना के मालेरकोटला रोड स्थित मनियारी के होलसेल विक्रेता बत्रा इंटरप्राइजेज के 39.15 लाख रुपए लेकर फरार होने वाले आरोपित निहाल विजन को लेकर वीरवार शाम तक कई हैरतंगेज तथ्य उजागर हुए हैं।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 27 Nov 2020 02:15 AM (IST) Updated:Fri, 27 Nov 2020 02:35 AM (IST)
निहाल के परिवार ने एक रात पहले खाली किया मकान, मांगी हुई कार से हुआ फरार
निहाल के परिवार ने एक रात पहले खाली किया मकान, मांगी हुई कार से हुआ फरार

सचिन आनंद, खन्ना : खन्ना के मालेरकोटला रोड स्थित मनियारी के होलसेल विक्रेता बत्रा इंटरप्राइजेज के 39.15 लाख रुपए लेकर फरार होने वाले आरोपित निहाल विजन को लेकर वीरवार शाम तक कई हैरतंगेज तथ्य उजागर हुए हैं। पुलिस की जांच में सामने आया है कि वारदात को अंजाम देने से पहले फिल्मी अंदाज में इसकी प्लानिग की गई। निहाल का परिवार उच्चा वेहड़ा इलाके में एक किराए के मकान में रहता था। उन्होंने बुधवार रात को ही सारा सामान कहीं और शिफ्ट कर मकान खाली कर दिया था।

पुलिस की जांच में पता चला है कि जिस होंडा सिटी कार में निहाल फरार हुआ, वह भी किसी से मांगी हुई थी। इस कार का नंबर एचआर 02आर1581 भी पुलिस को मिल गया है। बताया जाता है कि यह कार शहर के एक इमीग्रेशन कंसल्टेंट की है और वह निहाल के जीजा का दोस्त है। ऐसे में पुलिस और मालिक को निहाल के जीजा पर भी वारदात में शामिल होने का शक है। पुलिस ये भी जांच कर रही है कि आखिर होंडा सिटी कार को कौन चला रहा था। कहीं वह निहाल का जीजा ही तो नहीं, क्योंकि बुधवार को ही निहाल का जीजा ये कार इसके मालिक से किसी बहाने मांगकर लाया था। वारदात में पूरे परिवार के ही शामिल होने का एक और संकेत इस बात से लगता है कि निहाल का पिता अनिल विजन सुभाष बाजार में कपड़े की दुकान पर काम करता है। वह उस दुकान से बुधवार को ही 15 हजार रुपये यह कहकर लेकर गया कि उसे किसी जरूरी काम के लिए इनकी जरूरत है। हालांकि, पुलिस ने फिलहाल केवल निहाल विजन को ही केस में शामिल किया है। एसएचओ सिकंदर सिंह ने बताया कि अगर किसी और की संलिप्तता दिखेगी तो उसे साजिश रचने के आरोप में नामजद किया जा सकता है।

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न दुकान मालिक ने वेरीफिकेशन करवाई, न मकान मालिक ने

पुलिस की जांच में एक और बात भी सामने आई है कि वारदात में शामिल निहाल की न तो उसके दुकान मालिक ने पुलिस वेरीफिकेशन कराई थी और न ही उसके परिवार की मकान मालिक ने जांच करवाई। निहाल का परिवार जिस मकान में रहता था, वह एक शिवसेना नेता का है। निहाल पिछले करीब सवा साल से इस दुकान पर काम करता था। वह अकसर कैश लेकर बैंक में जमा कराने जाता रहता था।

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