पंजाब सरकार नाइट टैरिफ से इंडस्ट्री को कर सकती है बूस्ट

कांग्रेस सरकार की ओर से सत्ता में आने से पूर्व इंडस्ट्री को पांच रुपये प्रति युनिट बिजली देने का वायदा कर वोटें तो बटौर ली लेकिन सत्ता में आते ही मौजूदा कांग्रेस सरकार ने बिजली के दामों में बेहताशा बढ़ोतरी की है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 26 Jan 2021 07:00 AM (IST) Updated:Tue, 26 Jan 2021 07:00 AM (IST)
पंजाब सरकार नाइट टैरिफ से इंडस्ट्री को कर सकती है बूस्ट
पंजाब सरकार नाइट टैरिफ से इंडस्ट्री को कर सकती है बूस्ट

मुनीश शर्मा, लुधियाना : कांग्रेस सरकार की ओर से सत्ता में आने से पूर्व इंडस्ट्री को पांच रुपये प्रति युनिट बिजली देने का वायदा कर वोटें तो बटौर ली, लेकिन सत्ता में आते ही मौजूदा कांग्रेस सरकार ने बिजली के दामों में बेहताशा बढ़ोतरी की है। जहां पहले बिजली इंडस्ट्री को 7 रुपये से लेकर आठ रुपये में मिल रही थी, जोकि अब पांच रुपये यूनिट बिजली तो दी जा रही है, लेकिन बेसिक पांच रुपये के दामों के साथ फिक्सड़ चार्जेज के रुपये में भारी रकम लेकर दाम 9 रुपये से लेकर 20 रुपये यूनिट तक पड़ रहे हैं। इसका मुख्य नुक्सान छोटी इंडस्ट्री जिनकी खपत कम है,उन्हें उठाना पड़ रहा है। वहीं नाइट टैरिफ के नाम पर भी सरकार ने दी जाने वाली सबसिडी बंद कर दी। इससे पूर्व इंडस्ट्री को रात को कारखाने चलाने पर दो रुपये प्रति यूनिट की राहत दी जाती है। ऐसे में इंडस्ट्री इनपुट कास्ट कम होने से इंटरनेशनल मार्केट में अपना वर्चस्व कायम कर रही थी। लेकिन अब दामों में तेजी से हो रहे इजाफा और नाइट टैरिफ जैसी राहतें चले जाने से इंडस्ट्री के लिए घरेलू बाजार में ही काम करना मुश्किल हो रहा है। ऐसे में कई कंपनियों की ओर से अपने नए युनिट पंजाब से बाहर लगाए जा रहे हैं। इसका मु्ख्य कारण दूसरे राज्यों में सस्ती बिजली दिए जाना है।

सस्ती बिजली मिलने पर एक्सपोर्ट में आएगी ग्रोथ

यूनाइटेड साइकिल एवं पार्टस मैन्यूफेक्चरर एसोसिएशन के प्रधान डीएस चावला के मुताबिक सरकार की ओर इंडस्ट्री की एकमात्र मांग सस्ती बिजली को ही पूरा नहीं किया गया। हमें उम्मीद थी कि पांच रुपये बिजली से हम एक्सपोर्ट में तेजी से ग्रोथ करेंगे। लेकिन उलटा सरकार आने के बाद दामों में भारी इजाफा हो रहा है। अगर नाइट टैरिफ में राहत दी जाए, तो इंडस्ट्री के साथ साथ सरकार का ट्रांसमिशन लास भी कवर हो जाएगा। हम सरकार से पांच रुपये प्रति युनिट के घोषणाओं को लेकर डिबेट करने को भी तैयार हैं।

सरकार इस पर गहराई से विचार करे

फास्टनर मैन्यूफेक्चरर एसोसिएशन के प्रधान नरिदर भमरा के मुताबिक यह मामला सरकार को गहनता से सोचना चाहिए। सारी इंडस्ट्री ने सरकार के पांच रुपये प्रति युनिट बिजली के वायदे को देखते हुए वोटिग की, लेकिन अब नाइट टैरिफ जैसी अहम छूटों को नहीं दिया जा रहा। सरकार से अपील है कि पंजाब उद्योग को पटरी पर लाने के लिए सरकार नाइट टैरिफ तत्काल लागू कर राहत दे।

chat bot
आपका साथी