लुधियाना मर्डर केस: 13 साल के भांजे ने फोन करके कहा, मामा बचा लो, बड़े पापा, मम्मी और दादी को मार रहे हैं..
राजीव सूंडा का पूरा परिवार खत्म हो चुका था। घर में आशीष गरिमा व सुनीता के अलावा बेड पर दीवार के पास पेट के बल सुचेत का शव पड़ा था। अगर वे तुरंत आ जाते तो शायद वह बच जाता।
लुधियाना, राजन कैंथ। मयूर विहार में प्रापर्टी डीलर की तरफ से अपने पूरे परिवार को खत्म करने की घटना से हर कोई दहशत में है। मंगलवार सुबह अपनी मौत से ठीक पहले 13 वर्षीय पोते सुचेत ने दादा राजीव सूंडा के हाथों अपनी मा गरिमा और दादी सुनीता की हत्या होते हुए देखा। इस घटना से वह दहल गया। उसने छह बजे हैबोवाल निवासी अपने मामा गौरव गुलाटी को फोन करके कहा, मामा बचा लो.. बड़े पापा, मम्मी व दादी को मार रहे हैं। भाजे का रुदन सुनकर गौरव तुरंत अपने पिता अशोक गुलाटी को साथ लेकर मयूर विहार स्थित जीजा आशीष सूंडा के घर पहुंचा। मगर उनके वहा पहुंचने तक बहुत देर हो चुकी थी।
राजीव सूंडा का पूरा परिवार खत्म हो चुका था। घर में आशीष, गरिमा व सुनीता के अलावा बेड पर दीवार के पास पेट के बल सुचेत का शव पड़ा था। अगर वे तुरंत आ जाते तो शायद वह बच जाता। अभी तक मिली जानकारी के अनुसार परिवार में प्रापर्टी डीलर राजीव सूंडा, उसका बेटा आशीष सूंडा (36), बहू गरिमा सूंडा (33), पोता सुचेत उर्फ बबला (13) और राजीव की पत्नी सुनीता थी। आरोपित राजीव का अभी कोई अता-पता नहीं है। राजीव ने समधी अशोक पर पैसे मांगने के आरोप लगाए हैं। बताया जा रहा है कि समधी की ओर से बार-बार पैसे मांगने पर बहू का ससुराल परिवार के साथ हमेशा क्लेश होता रहता था।
पड़ोसी बोले, सनकी किस्म का व्यक्ति था राजीव
पड़ोस में रहने वाले राजीव विज, पंकज प्रभाकर, अनमोल तथा मयूर विहार वेलफेयर सोसायटी के प्रधान कुलविंदर सिंह मान ने बताया कि आरोपित राजीव सूंडा प्रापर्टी, बिल्डर और शेयर मार्केट का काम करता था। उसके पास करोड़ों रुपये की अचल संपत्ति थी। वह बेहद सनकी किस्म का व्यक्ति था। 12 साल में मोहल्ले के लोगों ने उनके परिवार के किसी सदस्य को घर के बाहर खड़ा नहीं देखा।
सुबह 5.30 बजे आरोपित के घर के सामने कार धोने वाले ने सबसे पहले चीखें सुनीं पड़ोस में रहने वाले लोगों ने बताया कि आरोपित राजीव सूंडा के सामने वाले घर में कार धोने वाला रहता है। उसने सुबह 5.30 बजे राजीव के घर से चीखने चिल्लाने की आवाजें सुनीं थीं। मगर कुछ देर बाद वो चीखें शांत हो गई। लोगों ने आगे बताया कि करीब 6.20 बजे वो लोग गली में बैडमिंटन खेलने की तैयारी कर रहे थे कि उसी समय वहां आए अशोक व गौरव को देखकर राजीव अपनी कार में फरार हो गया। राजीव के समधी अशोक व गौरव ने ही मोहल्ले के लोगों को बताया कि राजीव अपने पूरे परिवार की हत्या करके भाग गया है।
हत्याकांड की वजह: समधी ने पहले दिए पैसे नहीं लौटाए, और भी मांगने के लिए बना रहा था दबाव
घर से एक सुसाइड नोट मिला है। इसे आरोपित राजीव ने हत्याएं करने से पहले ही लिखा था। इसमें लिखा है कि उसने अपने समधी अशोक गुलाटी को चार लाख रुपये उधार दिए थे। जो उसने नहीं लौटाए। उलटा वो उससे बेटे गौरव की उच्च शिक्षा के लिए तीन लाख रुपये फिर मांगने लगा।
राजीव ने इन्कार किया तो अशोक ने कहा कि अब उसे 10 लाख रुपये और एक आल्टो कार देनी होगी। वरना वह बेटी गरिमा से उन पर दहेज प्रताड़ना का केस दर्ज करवा देगा। इतने रुपयों का इंतजाम करना उसके बस में नहीं है। अशोक उस पर दबाव बना रहा था। इस कारण आज वो पूरे परिवार को खत्म करके खुद भी आत्महत्या करने जा रहा है। इसकी पूरी जिम्मेदारी अशोक गुलाटी व उसके बेटे गौरव गुलाटी की होगी। पुलिस ने उसे नोट को कब्जे में लेकर जांच के लिए फोरेंसिक लैब भेज दिया है। उसकी रिपोर्ट आने पर अगली कार्रवाई की जाएगी। -पुलिस कमिश्नर राकेश अग्रवाल ने जैसा बताया