बैंक मैनेजर बनकर मांगा आधार और पैन, सजगता से हुआ बचाव
साइबर तकनीक में आई क्रांति के बाद लोगों को साइबर ठगी का भी शिकार होना पड़ रहा है। नौसरबाज ठगी का ढंग समय-समय पर बदलते रहते हैं। अब ऐसी ही ठगी का एक और मामला गांव अखाड़ा में देखने को आया। गांव अखाड़ा के यूनियन बैंक आफ इंडिया ब्रांच के उपभोक्ता करनैल सिंह बराड को किसी नौसरबाज द्वारा बैंक मैनेजर बनकर फोन किया गया और उनसे उसका आधार और पैन कार्ड नंबर मांगा गया।
संवाद सहयोगी, जगराओं : साइबर तकनीक में आई क्रांति के बाद लोगों को साइबर ठगी का भी शिकार होना पड़ रहा है। नौसरबाज ठगी का ढंग समय-समय पर बदलते रहते हैं। अब ऐसी ही ठगी का एक और मामला गांव अखाड़ा में देखने को आया। गांव अखाड़ा के यूनियन बैंक आफ इंडिया ब्रांच के उपभोक्ता करनैल सिंह बराड को किसी नौसरबाज द्वारा बैंक मैनेजर बनकर फोन किया गया और उनसे उसका आधार और पैन कार्ड नंबर मांगा गया। यह दोनों नंबर न देने की सूरत में उसका बैंक अकाउंट बंद करके उसमें जमा राशि जब्त कर लिए जाने की बात कही गई।
इस फोन के बाद करनैल सिंह बैंक की ब्रांच में गया और वहां पर मौजूद बैंक के सुरक्षा गार्ड सर्वजीत सिंह को नौसरबाज का फोन नंबर बताया, जिस पर उसने बात की तो सामने वाले नौसरबाज ने उसे गाली गलौज करना शुरू कर दिया। उसी समय उन्होंने ब्रांच के असिस्टेंट मैनेजर परमजीत सिंह को बताया तो उन्होंने कहा कि कभी भी बैंक इस संबंध में कोई जानकारी इस तरह से उपभोक्ता को देने के लिए नहीं कहता। मैनेजर परमजीत सिंह पुडैण ने उपभोक्ताओं को सूचत करते हुए कहा कि अगर इस तरह का कोई फोन करके किसी तरह की जानकारी मांगे तो उसे जानकारी ना दें।