नमकोन में स्टूडेंट्स ने जानी बेसिक सर्जरी और क्लीनिकल स्किल्स

दयानंद मेडिकल कॉलेज एंड अस्पताल (डीएमसीएच) में वीरवार से नेशनल अंडर ग्रेजुएट मेडिकल कांफ्रेंस (नमकोन)शुरू हुई।

By Edited By: Publish:Fri, 26 Apr 2019 08:00 AM (IST) Updated:Fri, 26 Apr 2019 08:00 AM (IST)
नमकोन में स्टूडेंट्स ने जानी बेसिक सर्जरी और क्लीनिकल स्किल्स
नमकोन में स्टूडेंट्स ने जानी बेसिक सर्जरी और क्लीनिकल स्किल्स

जेएनएन, लुधियाना। दयानंद मेडिकल कॉलेज एंड अस्पताल (डीएमसीएच) में वीरवार से नेशनल अंडर ग्रेजुएट मेडिकल कांफ्रेंस (नमकोन) शुरू हुई। कांफ्रेंस का उद्घाटन डीएमसीएच मैनेजिंग सोसायटी के सेक्रेटरी प्रेम गुप्ता ने किया। कांफ्रेंस के पहले दिन कुल नौ हैंड जोन ट्रेनिंग सेशन हुए, जिसमें से छह दयानंद मेडिकल कॉलेज और तीन सेशन दयानंद मेडिकल अस्पताल के अंदर हुए। कांफ्रेंस में स्टूडेंट्स को मॉडल्स पर हैंड जोन एक्सपीरियंस भी मिला। दो दिवसीय इस कांफ्रेस में दैनिक जागरण मीडिया पार्टनर है।

सुबह नौ बजे से शुरू हुई कांफ्रेंस में हीरो डीएमसी हार्ट इंस्टीट्यूट के चीफ कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. जीएस वांडर व कार्डियोलॉजी विभाग के प्रो. डॉ. बिश्व मोहन ने कोरोनरी आर्टरी डिसीज की पहचान करने, ईसीजी, ईको, कैथलैब की ट्रे¨नग दी। क्रिटिकल केयर मेडिसन डिपार्टमेंट के हेड डॉ. पीएल गौतम ने स्टूडेंट्स को इमरजेंसी में आने वाले क्रिटिकल मरीजों के इलाज के बारे में बताया। उन्होंने स्टूडेंट्स को बताया कि इमरजेंसी में आने वाले ज्यादातर केस रोड एक्सीडेंट के होते हैं, जिसमें पेशेंट को लगातार ब्लीडिंग होती है। ज्यादातर मामले हेड इंजरी के होते हैं। ऐसे में इस तरह के मरीजों के लिए पहले घंटे से लेकर पहला दिन काफी अहम होता है। उन्होंने स्टूडेंट्स को ब्ली¨डग कंट्रोल व एयरवे करने के तरीके बताए।

वहीं डीएमसीएच के ऑर्थो विभाग के प्रमुख डॉ. रजनीश गर्ग ने स्टूडेंट्स को प्लास्टर लगाने, सर्जरी के दौरान प्लेट्स और नेल्स लगाना सिखाया, जबकि प्रोफेसर ऑफ सर्जरी डॉ. अतुल मिश्रा ने सर्जिकल स्किल्स के तहत नाट टाइंग, सूचरिड, लेप्रोस्कोपिक, सूचर की ट्रेनिंग दी। इसके अलावा लाइव टिशू वर्कशॉप भी करवाई। उधर, प्रोफेसर ऑफ एनसथीसिया डॉ. अंजू ग्रेवाल ने बेसिक लाइफ सपोर्ट के बारे में ट्रेनिंग दी। स्टूडेंट्स ने मॉडल्स पर सीपीआर करके देखा। वहीं रेडियो लैब में डॉ. कविता सग्गड़ ने सीटी स्कैन, एक्सरे, एमआरआइ सहित अन्य तरह की इनवेस्टीगेशन करने की ट्रे¨नग दी, जबकि डॉ. नवजोत बाजवा, डॉ. नीना सूद व डॉ. दीपिंदर छीना ने बेसिक लैब व स्किल्स में लैब के अंदर कल्चर, पीएनएसी व जैनेटिक कैथलैब के बारे में बताया।

डॉ. राजेश महाजन ने बेसिक क्लीनिकल स्किल्स की ट्रेनिंग दी। ऑर्गेनाइजिंग सेक्रेटरी शिरिशा, हैंडजोन ट्रेनिंग सेशन के हैंड अमोल ने बताया कि कांफ्रेंस में करीब नौ सौ से अधिक स्टूडेंट्स शामिल हुए। स्टूडेंट्स काफी एक्साइटेड थे। क्योंकि उन्हें यहां अलग-अलग तरह की नॉलेज मिली।

स्टूडेंट्स को अपडेट करने की बेहद अच्छी कोशिश

दयानंद मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. संदीप पुरी ने कहा कि नमकोन से मेडिकल स्टूडेंट्स को अपडेट करने का अच्छा प्रयास किया गया है। देश में नॉर्मली जितनी भी कांफ्रेंस होती हैं, वह डॉक्टर्स, स्पेशियलिस्ट या पोस्ट ग्रेजुएट के लिए होती है। अंडर ग्रेजुएट के लिए बहुत कम कांफ्रेंस होती है। ऐसे में हमने सोचा कि क्यों न कुछ अलग किया जाए। पंजाब के किसी और मेडिकल कालेज में ऐसा नहीं होता है।

हरियाणा की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

पंजाब की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें 

chat bot
आपका साथी