ज्ञानी जी ने कहा था, कांग्रेस ने पाप किया, उससे दूर ही रहना
दिवंगत राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह के पोते इंद्रजीत सिंह कांग्रेस पृष्ठभूमि होने के बावजूद भाजपा में शामिल हुए।
सचिन आनंद, खन्ना :
दिवंगत राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह के पोते इंद्रजीत सिंह कांग्रेस पृष्ठभूमि होने के बावजूद भाजपा में शामिल हुए। उन्होंने अपने इस कदम के पीछे की जो वजह थी उस पर खुलकर दैनिक जागरण से बातचीत की। इंद्रजीत सिंह ने कहा कि ज्ञानी जी ने उन्हें साफ कहा था कि कांग्रेस ने पाप किया है। उससे हमेशा दूर ही रहना। वे श्री दरबार साहिब पर सेना के हमले और फिर दिल्ली में सिख कत्लेआम से काफी आहत थे। उन्हें दुख था कि इंदिरा गांधी ने उनकी इजाजत के बिना हरिमंदिर साहिब में सेना भेजी। इंदिरा गांधी की हत्या के बाद राजीव गांधी को उन्होंने प्रधानमंत्री बनने का मौका दिया तो उनके सामने दिल्ली में सिखों का कत्लेआम हुआ।
इंद्रजीत ने कहा कि ज्ञानी जी हमेशा उन्हें भाजपा में देखना चाहते थे। उन्होंने अटल बिहारी वाजपेयी, लाल कृष्ण आडवाणी और मदन लाल खुराना से उनकी मुलाकात भी करवाई थी। उस समय वे सक्रिय राजनीति में आने से टलते रहे लेकिन, अब जब उन्हें भाजपा में जाने का अवसर मिला तो उन्होंने इन्कार नहीं किया। बूढ़ी कांग्रेस की हरकतें बचकानी :
इंद्रजीत सिंह का कहना है कि ज्ञानी जी का कहा एक-एक शब्द उन्हें याद है। उन्होंने बहुत पहले ही कांग्रेस के पतन की भविष्यवाणी कर दी थी। कांग्रेस सिर्फ गांधी परिवार तक सीमित है। पार्टी अब बूढ़ी हो चुकी है। बूढ़े व्यक्ति का स्वभाव बच्चों जैसा हो जाता है। कांग्रेस बचकानी हरकतों पर उतर आई है। उनके पास गांधी परिवार से बाहर सोचने की हिम्मत ही नहीं है। अनुशासन नाम की कोई चीज नहीं है। औरंगजेब के नाम पर सड़क का नाम रखने वाली पार्टी सिख हितैषी नहीं हो सकती। भाजपा सिर्फ हिदुओं की पार्टी नहीं :
इंद्रजीत सिंह कहते हैं कि भाजपा के बारे में गलत बातें फैलाई जाती हैं कि वह सिर्फ हिदुओं की पार्टी है। भाजपा में हर धर्म के व्यक्ति को प्रतिनिधित्व मिलता है। केंद्रीय कैबिनेट में 27 ओबीसी मंत्री हैं। पार्टी में अनुशासन और प्रोटोकाल है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सिखों के लिए कई काम किए हैं। आम आदमी पार्टी सिर्फ 'वन मैन शो' बन कर रह गई है।