लुधियाना में ढोंगी बाबा ने आश्रम में युवती से किया दुष्कर्म, हत्या कर शव थैले में बांध खेत में फेंका

लुधियाना के एक फर्जी आश्रम में ढोंगी बाबा ने नौकरी जाने से निराश होकर शरण में आई 22 वर्षीय युवती को अपनी हवस का शिकार बना दिया और फिर बदनामी के डर से गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी।

By Rohit KumarEdited By: Publish:Sat, 06 Mar 2021 08:07 AM (IST) Updated:Sat, 06 Mar 2021 09:59 AM (IST)
लुधियाना में ढोंगी बाबा ने आश्रम में युवती से किया दुष्कर्म, हत्या कर शव थैले में बांध खेत में फेंका
लुधियाना के एक फर्जी आश्रम में ढोंगी बाबा ने 22 वर्षीय युवती को अपनी हवस का शिकार बनाया।

लुधियाना, जेएनएन। एक फर्जी आश्रम में ढोंगी बाबा ने शरण में आई अकेली 22 वर्षीय युवती को हवस का शिकार बना डाला और फिर गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद प्लास्टिक के बड़े थैले में शव को बांधकर गांव दाद के एक खेत में फेंक आया। 26 फरवरी को फिरोज गांधी मार्केट से लापता हुई युवती से फुल्लांवाल इलाके में फर्जी आश्रम संचालक ढोंगी बाबा संबोध दास ने दुष्कर्म किया और बाद में गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी थी।

थाना डिवीजन नंबर पांच की पुलिस ने ढोंगी को गिरफ्तार कर हत्या का केस दर्ज किया है। उसे पांच दिन के रिमांड पर लिया है। एडीसीपी समीर वर्मा के अनुसार संबोध दास दुगरी फेज तीन के एलआइजी फ्लैट में रहता है। वह मूल रूप से उत्तर प्रदेश के जिला रायबरेली के गांव आसा रसीदपुर का रहने वाला है। फुलांवाल एन्क्लेव स्थित काली माता मंदिर के पास एक प्लाट में उसने फर्जी आश्रम बना रखा है। जवाहर नगर इलाके की रहने वाली 22 वर्षीय युवती 26 फरवरी को मार्केट गई थी लेकिन वापस नहीं आई। पिता की शिकायत पर 28 फरवरी को अपहरण का केस दर्ज था। उसके पिता ने बताया था कि बेटी एक आटोमोबाइल कंपनी में मैनेजर थी। लाकडाउन में उसकी नौकरी चली गई। नौकरी की तलाश में वह फिरोज गांधी मार्केट गई थी लेकिन लौटकर नहीं आई।

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छह साल पहले खुद को बताने लगा भगत कबीर का दास

आरोपित संबोध दास वर्ष 1991 में जब पांचवी में पढ़ता था तो वह घर से भाग गया था। लुधियाना पहुंचकर उसने कई जगह काम किया। सभी पहचान पत्र पर उसका पता दुगरी फेस-तीन का है। करीब छह साल पहले वह दुगरी से फुलांवाल इंक्लेव स्थित उस प्लाट में आश्रम बनाकर वहीं रहने लगा। खुद को भगत कबीर का सेवादार बताया करता था। लोग समस्या लेकर उसके पास आते थे लेकर उसकी दुकानदारी ज्यादा चलती नहीं थी।

अकेली होने का उठाया फायदा

ढांगी बाबा संबोध दास ने पूछताछ में माना कि युवती शाम के समय उसके आश्रम आई थी। वह अकेली थी। इस बात का फायदा उठाते हुए उसने जबरदस्ती उसके साथ दुष्कर्म किया। उसे डर सताने लगा कि वह बाहर जाकर लोगों को उसके इस कुकर्त्य के बारे में बता देगी। उसका मुंह बंद करने के लिए गला घोंटकर हत्या कर दी।

परिवार जाता था ढोंगी के पास

जांच अधिकारी इंस्पेक्टर कुलदीप सिंह ने बताया कि युवती के पास इन दिनों नौकरी नहीं थी। उसके माता-पिता पहले से इस ढोंगी बाबा के साथ जाया करते थे। नौकरी न मिलने से परेशान युवती भी 26 फरवरी को उसके पास गई थी।

मेडिकल बोर्ड ने किया पोस्टमार्टम

सिविल अस्पताल में शव का पोस्टमार्टम किया गया। मेडिकल बोर्ड में डा. हरप्रीत सिंह, डा. कुलवंत सिंह, डा. रुचि अग्रवाल और डीएमसी अस्पताल से फोरेंसिक एक्सपर्ट वरिंदर पाल सिंह शामिल थे।

काल डिटेल से मिला युवती के दोस्त का नंबर

जांच के दौरान युवती के फोन नंबर की काल डिटेल खंगाली। इसमें उसकी अंतिम काल्स से पुलिस को उसके एक दोस्त का नंबर हाथ लगा। नंबर को ट्रेस कर पुलिस उस युवक तक पहुंची। युवक ने बताया कि 26 फरवरी की शाम को उसने मोटरसाइकिल से युवती को आश्रम के बाहर छोड़ा था। उसके बाद वह लापता हो गई। केस दर्ज न होने से पहले ढोंगी बाबा युवती के माता-पिता को गुमराह करता रहा। पिता को बाबा पर शक हो चुका था। युवक के बयान के बाद पुलिस ने जब बाबा को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की तो उसने गुनाह कबूल कर लिया। उसकी निशानदेही पर गांव दाद के खेत में फेंका शव पुलिस ने बरामद किया। बाबा के पास से मृतका का मोबाइल और वारदात में प्रयोग मोटरसाइकिल कब्जे लिया है।

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