फसल का उचित मूल्य दिलाने के लिए केंद्र सरकार वचनबद्ध : गौरव

रबी की फसलों गेहूं जौ सरसों चना कुसुम मसूर की दाल के न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ाकर किसानों को तोहफा दिया है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 24 Sep 2020 03:00 AM (IST) Updated:Thu, 24 Sep 2020 03:00 AM (IST)
फसल का उचित मूल्य दिलाने के लिए केंद्र सरकार वचनबद्ध : गौरव
फसल का उचित मूल्य दिलाने के लिए केंद्र सरकार वचनबद्ध : गौरव

जागरण संवाददाता, जगराओं : केंद्र सरकार व कृषि मंत्रालय की ओर से पास किए कृषि विधेयक से किसानों को और अधिक सशक्त करते हुए उनकी रबी की फसलों गेहूं, जौ, सरसों, चना, कुसुम, मसूर की दाल के न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ाकर किसानों को तोहफा दिया है। यह कहना है जगराओं भाजपा जिलाध्यक्ष गौरव खुल्लर का।

उन्होंने कहा कि एमएसपी की आढ़ लेकर मोदी सरकार द्वारा पास किए गए कृषि विधेयक का विरोध करने वाले सभी विपक्षी दलों व अन्य लोगों के मुंह पर तमाचा है।

खुल्लार ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर कई बार स्पष्ट कर चुके हैं कि न्यूनतम समर्थन मूल्य खत्म नहीं होगा। जिन लोगों को कंट्रोल अपने हाथ से निकलता नजर आ रहा है वो किसानों को गुमराह कर रहे हैं। किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य दिलाने, किसानों की आय दोगुनी व उनके जीवन स्तर में बदलाव लाने के उदेश्य से मोदी सरकार वचनबद्ध है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अश्वनी शर्मा के निर्देशों पर किसान मोर्चा के कार्यकर्ता अगले एक महीने में प्रदेश के गांव-गांव जाकर किसानों को कृषि संबंधी विधेयक के बारे में जागरूक करेंगे। इस मौके पर जिला उपाध्यक्ष जगदीश ओहरी, जिला सचिव विवेक भारदवाज, मंडल अध्यक्ष हनी गोयल, अंकुश धीर मौजूद थे। पंजाब बंद का मेडिकल स्टोर संचालकों ने किया समर्थन जेएनएन, रायकोट : किसान यूनियन की तरफ से रायकोट की सभी एसोसिएशनों के साथ एक बैठक की गई, जिसमें सभी ने किसान संघर्ष का समर्थन करते हुए कल होने वाले पंजाब बंद में शामिल होने का ऐलान किया। इसी के तहत मेडिकल एसोसिएशन रायकोट के प्रधान बलदेव कृष्ण खुराना में भी समर्थन देते हुए बंद का एलान किया।

उन्होंने कहा की पंजाब का आर्थिक ढांचा किसानों पर निर्भर है, अगर किसान ही खत्म हो गया तो पंजाब की अर्थव्यवस्था भी खत्म हो जाएगी। इसके अलावा अगर पूंजीपतियों द्वारा जरूरी सामान स्टॉक कर कल को इनके दाम बढ़ा दिए तब भी लोगों को ही मुश्किल होगा, इसलिए सभी को मिलजुल कर किसानों का साथ देना चाहिए।

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