जीवन में गुरु के बिना ज्ञान नहीं, वही सिखाता में समाज के भला करना

इंसान के जीवन में गुरु के बिना ज्ञान संभव नहीं सच्ची व सुच्ची किरत करो।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 05 Jul 2020 01:44 AM (IST) Updated:Sun, 05 Jul 2020 01:44 AM (IST)
जीवन में गुरु के बिना ज्ञान नहीं, वही सिखाता में समाज के भला करना
जीवन में गुरु के बिना ज्ञान नहीं, वही सिखाता में समाज के भला करना

बिदु उप्पल, जगराओं

इंसान के जीवन में गुरु के बिना ज्ञान संभव नहीं, सच्ची व सुच्ची किरत करो। जरूरतमंदों की मदद करो। यह इंसान कभी खुद नहीं करता है उसको यह करने के लिए गुरु ही प्रेरित करता है। गुरु पूर्णिमा पर शहर की प्रसिद्ध शख्सियतों ने यही कहा कि गुरु के बिना ज्ञान संभव नहीं। चाहे सौ सूरज निकल आएं, सौ चंद्रमा निकल आएं, लेकिन गुरु के बिना अंधेरा ही रहता है।

एडीसी डॉ. नीरू कत्याल गुप्ता आज किसी पहचान की मोहताज नहीं हैं। वह प्रशासनिक अधिकारी बनकर हर वर्ग के साथ खड़ी हैं जिसका श्रेय वह अपने पिता कृष्ण कुमार कत्याल को देती हैं। एडीसी नीरू पिता कृष्ण कुमार कत्याल को ही अपना गुरु मानती हैं जिनकी बदौलत पीएचडी करने के बाद पीसीएस परीक्षा पास की और आज वह इस पद पर पहुंची हैं। उन्होंने बताया कि हम चार बहनों के लिए पिता ही गुरु व दोस्त भी हैं। ईटीओ एक्साइज पिता की शिक्षाओं पर अमल करते हुए आज हर अवसर को चुनौती देकर आगे बढ़ रही हैं। एक पिता ही अपने बच्चों को पहले भगवान से मिलवाता है। पिता की शिक्षाओं के कारण ही आज सभी बहनें उच्च पद पर हैं। हम हमेशा गुरु पिता की दीर्घायु की कामना करते हैं और गुरु पूर्णिमा पर शत-शत प्रणाम करते हैं।

विधायक सरबजीत कौर मानूके ने कहा कि इंसान के जीवन में गुरु का महत्व है और गुरु के बताए मार्ग पर चलकर व्यक्ति जीवन में हर मंजिल आसानी से पा सकता है। श्री गुरु नानक देव जी मेरे लिए पहले गुरु हैं, जिनकी शिक्षाओं पर चलकर आज समाज में अपनी पहचान बना सकी हूं। गुरु पूर्णिमा पर सभी को बधाई देते हुए विधायक ने कहा कि पढ़ाई के बाद बतौर टीचर प्रोफेशनल करियर शुरू किया था। श्री गुरु नानक देव जी की शिक्षाओं पर चलकर अपना जीवन समाज को राजनीति के जरिए समर्पित करना चाहती थी, ताकि लोगों के दुख-दर्द दूर कर सकूं। वाहेगुरु की मेहर से 2017 में विधानसभा चुनाव में पहली बार राजनीति में कदम रखा था और जीत हासिल हुई।

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