Ludhiana Murder Case : खुशियों को लगा ग्रहण, मेघा ने पांच महीने पहले नए मकान में की थी ग्रैंड पार्टी
Ludhiana Murder Case इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज से पता चला कि मेघा के घर का गेट खुला हुआ था। सुबह 10.07 बजे एक संदिग्ध व्यक्ति उसके घर में दाखिल हाे गया। करीब एक घंटे बाद वो भागता हुआ बाहर निकला और फरार हो गया।
लुधियाना, ]राजन कैंथ/गोपाल गुप्ता]। Ludhiana Murder Case : पांच महीने पहले ही आदर्श नगर से यह परिवार जैन कालोनी में शिफ्ट हुआ था। 6 दिसंबर के दिन परिवार ने इलाके के लोगों व रिश्तेदारों के लिए कार्यक्रम का आयोजन कर एक ग्रैंड पार्टी की थी। कुछ ही दिन पहले उन लोगों ने नई कार भी खरीदी थी। मगर उस दिन शायद मेघा व उसके पति को अंदाजा भी न था कि चार महीने बाद ही उनकी खुशियों को ग्रहण लग जाएगा। अस्त व्यस्त घर तथा मृतका के शव की हालत देख कर सहज अंदाजा हो जाता है कि वह अंतिम सांस तक हत्यारे से भिड़ी। मगर अकेली महिला उस हत्यारे के सामने लंबे समय तक टिक न सकी और हत्यारा अपने नापाक मंसूबे में कामयाब हो गया।
इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज से पता चला कि मेघा के घर का गेट खुला हुआ था। सुबह 10.07 बजे एक संदिग्ध व्यक्ति उसके घर में दाखिल हाे गया। करीब एक घंटे बाद वो भागता हुआ बाहर निकला और फरार हो गया। उसी दौरान करीब 10.20 बजे एक काेरियर डिलीवरी मैन भी आया। जिसे बाहर निकली मेघा ने रिसीव किया। उन हालातों को देख कर पुलिस का मानना है कि गेट खुला देख घुसा संदिग्ध व्यक्ति घर के अंदर न जाकर सीढ़ियों से ऊपर चला गया होगा। जहां उसने अलमारी खोल कर छानबीन की।
घर के ऊपरी पोर्शन में केवल मौंटी है। जहां अलमारी और करण का आफिशियल सामान पड़ा हुआ है। नीचे काम कर रही मेघा को शायद ऊपर से कोई आहट हुई होगी। जिसके बाद वो देखने के लिए सीढ़ियां चढ़ी होगी। जहां दोनों का आमना सामना हुआ होगा। सीढ़ियों पर टूटा पड़ा गमला और चाकू बयान कर रहे थे कि दोनों के बीच जम कर हाथापाई हुई। मेघा के चेहरे पर मारपीट और नाखूनों के असंख्य निशान मिले। मेघा ने जब खुद को बेबस पाया तो वो बाहर की और भागी। पीछा कर रहे हत्यारे से मोबाइल की चार्जिंग लीड उसके गले में डाल कर उसे पीछे की और खींचा। फर्श पर गिरी मेघा का गला दबाने के लिए तार के साथ उसने रुमाल का भी इस्तेमाल किया। उसका काम तमाम करने के बाद हत्यारे ने जेवर व नगदी चोरी की और फरार हो गया।
पुलिस को दिए बयान में करण ने बताया कि उसका दुगरी में आफिस है। सोमवार सुबह वह 8.30 बजे घर से काम के लिए निकला था। रास्ते में उसे रिक्षित के स्कूल से फोन आया, जिसे वो उठा नहीं पाया। जिसके बाद स्कूल ने मेघा को फोन कर दिया। वह रास्ते में ही था कि मेघा ने उसे फोन करके स्कूल बात करने के लिए कहा। वो उन दोनों के बीच अंतिम बातचीत थी। करीब 11.15 बजे उसे मोहल्ले से फोन आया कि मेघा की हत्या हो गई है। जिसके बाद वो घर की और भागा। मेघा के पिता का नाम राजिंदर कुमार काकोवाल रोड इलाके में रहते और प्राइवेट जाॅब करते हैं।
मेघा से छोटी एक बहन व एक भाई
मेघा से छोटी एक बहन व एक भाई हैं। मौके पर पहुंची मेघा की मामी ने उसे सांस देने की कोशिश की। मगर जब उसके शरीर में कोई हरकत नहीं हुई तो वो उसे अस्पताल ले गए। मेघा के ससुर शाम मल्होत्रा ने बताया कि करण के अलावा उनके दो और बेटे रवि व अरुण हैं। पता चलने पर जब वह लोग पहुंचे तो रिक्षित बहुत बुरी तरह से रो रहा था। अरुण की 9 वर्षीय बेटी वंशिका को देख कर वो कुछ सहज हुआ। जब वाे नार्मल हो गया तो उसने वंशिका को बताया कि एक अंकल आए थे, उसने मम्मी का गला दबा दिया।