गीतकार मोहन सिंह की याद में समारोह आज

पंजाबी गीतकार सभा की विशेष मीटिंग गीतकार व पारिवारिक गायक पाली देतवालिया की अगुवाई में कस्बा में हुई। इस दौरान गीतकारों को आ रही मुश्किलों के बारे में विचार-विमर्श किया गया। साथ ही भड़काऊ गीतकारी का विरोध किया गया।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 23 Sep 2018 06:00 AM (IST) Updated:Sun, 23 Sep 2018 06:00 AM (IST)
गीतकार मोहन सिंह की याद में समारोह आज
गीतकार मोहन सिंह की याद में समारोह आज

जासं, जगराओं : पंजाबी गीतकार सभा की विशेष मीटिंग गीतकार व पारिवारिक गायक पाली देतवालिया की अगुवाई में कस्बा में हुई। इस दौरान गीतकारों को आ रही मुश्किलों के बारे में विचार-विमर्श किया गया। साथ ही भड़काऊ गीतकारी का विरोध किया गया।

लोक गायक गुरमीत मीत ने कहा कि गीतकार गीत लिखने से पहले व गायक गीत गाने से पहले एक बात जरूर सोच लें कि यह गीत मेरी मा, बहन, बेटी ने सुनना है। इसके बाद ही गीत की रिकार्डिग करवाएं, क्योकि गीत लिखने के लिए आज हमारे पास अनेक विषय है। पर वास्तव में वही गीत होता है जो परिवार में बैठकर सुना जाए। उन्होंने कहा कि 23 सितंबर दिन रविवार को स्व. गीतकार मोहन सिंह सारा की याद को समर्पित पंजाबी भवन लुधियाना में सुबह 10 बजे से 3 बजे तक साहित्यक समागम करवाया जा रहा है। इसमें पंजाबी सभ्याचार के बाबा बोहड़ बापू देव थरीके वाले के शागिरद गीतकार सरबजीत सिंह विरदी की ओर से भ्रूण हत्या के खिलाफ पुस्तक 'ना मारो अनजन्मी को' गीतकार बापू देव थरीके वाले, गीतकार अमरीक सिंह तलवंडी के अलावा सभ्याचार से जुड़ी विभिन्न हस्तियां रिलीज करेंगी। उन्होंने इलाका निवासियों व पंजाबी मा बोली से प्यार करने वालों को इस समारोह में पहुंचने का खुला निमंत्रण दिया। बैठक में ये लोग रहे मौजूद

मीटिंग में लोक गायक जसवंत संदीला, लोक गायक गुरमीत मीत, लोक गायक सुखविंदर सुखी, स्टेज संचालक सरबजीत सिंह विरदी, लोक गायक दलेर पंजाबी, लोक गायक बिट्टू खन्नेवाला, हरदीप कौशल मल्ला, सरूप सिंह चौधरी माजरा, गीतकार गोल कालेके, नरिंदर नूर आदि सदस्य मौजूद रहे।

chat bot
आपका साथी