एनजीटी की सख्ती का असर, बुड्ढा दरिया में गंदगी गिरने से रोकने को डाली जाएगी 11.26 किमी सीवरेज लाइन

नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) नगर निगम को साफ कह चुका है कि बुड्ढा दरिया में पानी बिना ट्रीट किए नहीं गिरेगा। इसके लिए निगम को 31 मार्च 2021 तक की डेडलाइन दी गई है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 04 Dec 2020 04:00 AM (IST) Updated:Fri, 04 Dec 2020 04:00 AM (IST)
एनजीटी की सख्ती का असर, बुड्ढा दरिया में गंदगी गिरने से रोकने को डाली जाएगी 11.26 किमी सीवरेज लाइन
एनजीटी की सख्ती का असर, बुड्ढा दरिया में गंदगी गिरने से रोकने को डाली जाएगी 11.26 किमी सीवरेज लाइन

राजेश भट्ट, लुधियाना : नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) नगर निगम को साफ कह चुका है कि बुड्ढा दरिया में पानी बिना ट्रीट किए नहीं गिरेगा। इसके लिए निगम को 31 मार्च 2021 तक की डेडलाइन दी गई है। 31 मार्च के बाद अनट्रीटेड पानी गिरने पर भारी भरकम जुर्माना भरना होगा। एनजीटी मानिटरिग कमेटी के चेयरमैन ने निगम को बाकायदा 35 ऐसे प्वाइंट बताए जहां से गंदा पानी बिना ट्रीट किए दरिया में गिराया जा रहा है। 17 प्वाइंटों से तो सीधे-सीधे निगम ही दरिया में गंदगी गिरा रहा है। इसे रोकने के लिए प्रोजेक्ट में 11.26 किलोमीटर लंबी सीवरेज लाइन दरिया के किनारे बिछाई जाएगी जिसके जरिए अनट्रीटेड पानी को सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) तक पहुंचाया जाएगा और फिर ट्रीट करने के बाद उस पानी को दरिया में छोड़ा जाएगा। हालांकि यह प्रोजेक्ट एनजीटी की डेडलाइन तक पूरा नहीं होगा लेकिन दरिया में गंदा पानी जाने से रुकने की आस जरूर जग गई। इस प्रोजेक्ट पर 65.5 करोड़ रुपये खर्च किए जाने हैं।

पंजाब सरकार ने बुड्ढा दरिया को साफ सुथरा बनाने के लिए जो प्रोजेक्ट तैयार किया है उसमें डोमेस्टिक, इंडस्ट्रीयल व डेयरी के गंदे पानी को अलग-अलग करके ट्रीट करने का प्रावधान है। प्रोजेक्ट के मुताबिक दरिया में अभी अलग-अलग डिस्पोजल व आउटलेट के जरिए 127 एमएलडी (मिलियन लीटर पर डे) पानी बिना ट्रीट हुए बुड्ढा दरिया में गिराया जा रहा है। हालांकि ऐसे कुछ आउटलेट और भी हैं मगर इनका जिक्र अभी इस प्रोजेक्ट में नहीं है। स्थानीय निकाय विभाग के प्रिंसिपल सेक्रेटरी एके सिन्हा ने साफ कर दिया कि जो प्वाइंट अभी शामिल नहीं किए गए, उन्हें भी बाद में जरूर एड किया जाएगा और प्रोजेक्ट में जो भी चीजें छूट गई हैं, उसके लिए 22 करोड़ रुपये अलग से रखे गए हैं। मेयर बलकार सिंह संधू ने कहा कि दरिया में गंदा पानी न जाए इसके लिए प्रोजेक्ट में दो सीवर लाइनें बिछाने का प्रावधान है। इससे दरिया में बिना ट्रीट हुए गिर रहा पानी बंद हो जाएगा। यह प्रोजेक्ट दो साल में पूरा होना है। दो हिस्सों में बिछाई जाएगी नई सीवरेज लाइन

नगर निगम की तरफ से गंदे पानी को दरिया में गिरने से रोकने के लिए अब नई इंटरसेप्टर सीवरेज लाइन दो हिस्सों में बिछाई जाएगी। पहली लाइन सुंदर नगर से गोशाला और वहां से टिब्बा रोड से होते हुए जमालपुर सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट तक बनाई जाएगी। इसकी लंबाई 5.30 किलोमीटर है और इसमें 66.4 एमलडी गंदा पानी एसटीपी तक जाएगा। वहीं दूसरी लाइन उपकार नगर से हैबोवाल से होते हुए बल्लोके एसटीपी तक 5.96 किलोमीटर लंबी लाइन बिछेगी जिसमें 61 एमएलडी पानी एसटीपी तक जाएगा। दरिया में कूड़ा गिरने से रोकने के लिए योजना बनाने के आदेश

बुड्ढा दरिया के किनारे रहने वाले कई लोग और उद्यमी दरिया में गंदगी गिरा देते हैं। प्रोजेक्ट में दरिया में सालिड वेस्ट से निपटने के लिए प्रावधान नहीं है। मामला संज्ञान में आने पर स्थानीय निकाय विभाग के प्रिसिपल सेक्रेटरी एके सिन्हा ने अफसरों को हिदायतें दी हैं कि दरिया में सालिड वेस्ट न गिरे इसके लिए भी योजना तैयार की जाए। निगम कमिश्नर प्रदीप सभ्रवाल ने उन्हें बताया कि स्मार्ट सिटी के तहत दरिया के किनारे सुंदरीकरण किया जा रहा है। उसमें इसके लिए प्रावधान रखा जाएगा। कूड़ा के डंप भी हटेंगे

बुड्ढा दरिया के किनारे नगर निगम के करीब आधा दर्जन कूड़ा डंप हैं। एनजीटी निगम को हिदायतें जारी कर चुका है कि दरिया के किनारे से सेकेंडरी डंप हटाए जाएं। निगम ने इसकी कवायद शुरू कर दी। हैबोवाल में दरिया के किनारे बने एक डंप को हटाने के लिए हंबड़ा रोड पर एक स्टेटिक कंपेक्टर बना दिया है। इन इलाकों का गंदा पानी जाएगा नई सीवरेज लाइनों में

- उपकार नगर, लाइफ लाइन अस्पताल के पास और हैबोवाल लार्ड महावीर अस्पताल के पास से सीवर लाइन के जरिए 61 एमएलडी पानी बल्लोके जाएगा। यहां 60 एमलडी का नया एसटीपी बनाया जा रहा है।

- सुंदर नगर, गोशाला, टिब्बा रोड डिस्पोजल का 66.4 एमलडी पानी जमालपुर जाएगा और यहां पर 225 एमएलडी का एसटीपी बनाया जा रहा है।

chat bot
आपका साथी