शहर का इतिहास सुरक्षित करने वाली दस्तान-ए-लुधियाना के लेखक मौलाना उस्मान रहमानी को किया सम्मानित
नायब शाही इमाम मौलाना मुहम्मद उस्मान रहमानी लुधियानवी का शहर के इतिहास पर लिखी किताब दस्तान-ए-लुधियाना के लिए मंगलवार को पंजाब सरकार बैकफिंको के वाइस चेयरमैन मुहम्मद गुलाब के घर सम्मान किया गया। इस अवसर पर अश्वनी शर्मा जिला अध्यक्ष कांग्रेस कमेटी भी मौजूद थे।
जेएनएन, लुधियाना। जामा मस्जिद के नायब शाही इमाम मौलाना मुहम्मद उस्मान रहमानी लुधियानवी का शहर के इतिहास पर लिखी किताब 'दस्तान-ए-लुधियाना' के लिए मंगलवार को पंजाब सरकार बैकफिंको के वाइस चेयरमैन मुहम्मद गुलाब के घर सम्मान किया गया। इस अवसर पर अश्वनी शर्मा जिला अध्यक्ष कांग्रेस कमेटी लुधियाना, योगेश हांडा अध्यक्ष यूथ कांग्रेस लुधियाना, ईश्वरजोत चीमा, सुरिंदर कल्याण, तजिंदर धवन, राहुल दुलगच, कुंवर नरूला, जहांगीर, रहमान त्यागी, गगन अरोड़ा, मुहम्मद मुस्तकीम विशेष तौर पर उपस्थित रहे।
नायब शाही इमाम मौलाना मुहम्मद उस्मान का सम्मान करते हुए मुहम्मद गुलाब ने कहा कि दस्तान-ए-लुधियाना किताब ने शहर को एक नई पहचान दी है। इस पुस्तक को पढ़ कर वह गर्व महसूस कर रहे हैं कि हमारे शहर लुधियाना का इतिहास कितना गौरवशाली है। उन्होंने कहा कि मौलाना उस्मान रहमानी लुधियानवी खुद एक स्वतंत्रता सेनानी परिवार से हैं। इनकी पुस्तक में सभी धर्मों के लोगों का जिक्र गुलदस्ते की तरह किया गया है। इस अवसर पर नायब शाही इमाम मौलाना उस्मान लुधियानवी ने कहा कि अपने शहर का इतिहास अपनी मां बोली पंजाबी में लिखना हमारे लिए गर्व की बात है। इसलिए, इस किताब को हर एक लुधियानवी के लिए पढ़ना जरूरी है।
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