फेक आइडी देकर लुधियाना के होटल पार्क प्लाजा में रहता था बोगस बिलिंग का मास्टरमाइंड, नोएडा में धरा

158 करोड़ रुपये की बोगस बिलिंग मामले में सेंट्रल जीएसटी कमिश्नरेट ने मास्टर माइंड व चौथे आरोपित कारोबारी राकेश अरोड़ा उर्फ धर्मेंद्र उर्फ राजा भैया को नोएडा से गिरफ्तार किया है।आने वाले समय में कई बड़े खुलासे होने की उम्मीद है।

By Rohit KumarEdited By: Publish:Mon, 07 Dec 2020 06:36 PM (IST) Updated:Mon, 07 Dec 2020 06:36 PM (IST)
फेक आइडी देकर लुधियाना के होटल पार्क प्लाजा में रहता था बोगस बिलिंग का मास्टरमाइंड, नोएडा में धरा
सेंट्रल जीएसटी कमिश्नरेट ने इससे पहले तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है।

लुधियाना, जेएनएन। सेंट्रल जीएसटी कमिश्नरेट ने 158 करोड़ रुपये की बोगस बिलिंग मामले में चौथी गिरफ्तारी कर जांच को आगे बढ़ा दिया है। विभाग ने तीन आरोपितों को पहले ही गिरफ्तार किया हुआ है। अब बोगस बिलिंग मामले के मास्टरमाइंड नोएडा कारोबारी राकेश अरोड़ा उर्फ धर्मेंद्र उर्फ राजा भैया को गिरफ्तार किया गया है। सीजीएसटी कमिश्नरेट लुधियाना के प्रिंसिपल कमिश्नर आशुतोष बरनवाल ने बताया कि जांच के दौरान तीन गिरफ्तारियों के बाद मिली सबूतों के आधार पर चौथे मुख्य आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है।

आने वाले समय में कई बड़े खुलासे होने की उम्मीद है। इस गिरफ्तार के लिए कई अहम तकनीकों का इस्तेमाल करना पड़ा। राकेश अरोड़ा बेहद चलाकी से इस धंधे को चला रहे थे। वे लुधियाना के होटल पार्क प्लाजा में विभिन्न फेक आइडी देकर रहते थे और अपने कई नाम बताकर लोगों के साथ फ्राड कर रहे थे। गिरफ्तार से पूर्व सीए अंकुर गर्ग को होटल पार्क प्लाजा में ले जाया गया और वहां से इन जाली दस्तावेजों की जांच के लिए पुष्टि करवाई गई। लेकिन उन्होंने इन आइडी पर लगी फोटो को पहचानने में आनाकानी की और विभाग को इस केस को हल करने के लिए सहयोग नहीं किया।

इसके पश्चात पुलिस पार्टी को साथ लेकर विभाग की ओर से नोएडा में देररात रेड की गई और गिरफ्तार की गई। इसके पश्चात पूछताछ में राकेश अरोड़ा ने खुद पर लगे आरोपों को कबूला है। जांच में पाया गया कि आरोपित और इनके साथियों ने गलत फर्म बनाकर 158.10 करोड़ रुपए का फ्राड कर 21.59 करोड़ रुपए का आइटीसी रिफंड लिया। आरोपित ने माना कि वे चार्टेड अकाउटेंट के साथ इस फ्राड मे शामिल था।

अभी और लोग आ सकते है चपेट में

विभाग ने इस मामले में तीन लोगों सीए अंकुर गर्ग, अकाउटेंट विकास गुप्ता और राजेश कुमार जोकि अजय गुप्ता की आइडी से काम कर रहा था को गिरफ्तार किया। अब चौथे मास्टर माइंड राकेश अरोड़ा को गिरफ्तार किया गया है। विभाग को अंदेशा है कि इसमें कई अन्य लोग भी शामिल हो सकते हैं। इसको लेकर विभाग कार्रवाई कर रहा और कई और परतें खुलने की उम्मीद है।

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