बिना पास बनवाए 200 रुपये की पर्ची कटवाओ, मनमर्जी की मंडी सजाओ

शारीरिक दूरी को बनाए रखने के लिए जिला प्रशासन की ओर से मंडी में सब्जी की आमद और बिक्री के लिए तीन अलग-अलग दिन तय किए गए हैं।

By Edited By: Publish:Mon, 27 Apr 2020 05:00 AM (IST) Updated:Mon, 27 Apr 2020 11:01 AM (IST)
बिना पास बनवाए 200 रुपये की पर्ची कटवाओ, मनमर्जी की मंडी सजाओ
बिना पास बनवाए 200 रुपये की पर्ची कटवाओ, मनमर्जी की मंडी सजाओ

लुधियाना, [राजन कैंथ] कोरोना वायरस के चलते शारीरिक दूरी को बनाए रखने के लिए जिला प्रशासन की ओर से मंडी में सब्जी की आमद और बिक्री के लिए तीन अलग-अलग दिन तय किए गए हैं। इसके चलते सप्ताह में तीन दिन ही सब्जी मंडी से विभिन्न वार्ड के लिए सब्जी भेजी जाती है। मगर बिना पास सब्जी का अवैध कारोबार कर रहे वेंडर रात के अंधेरे में ही सब्जियों से भरे ट्रक खरीद ले जाते हैं। हालांकि अन्य दिनों में किसी खाली गाड़ी को मंडी में जाने की अनुमति नहीं है। लेकिन रात को 50 की पर्ची के 200 रुपये देकर बिना पास की गाड़ियां मंडी में दाखिल हो जाती हैं। रातों रात उनमें सब्जियां लोड करके गंतव्य तक पहुंचा दी जाती हैं। 

यह सब मंडी बोर्ड, पुलिस कर्मियों और कुछ आढ़तियों की मिलीभगत के साथ चल रहा है। मामला जिला प्रशासन व पुलिस अधिकारियों के संज्ञान में लाया गया है। प्रशासन की ओर से सब्जी मंडी को मंगलवार, वीरवार व शनिवार खोलने का प्रावधान रखा है। इन तीनों दिनों के दौरान आढ़ती तड़के 4 से सुबह 11 बजे तक सब्जियां बेच सकते हैं। जबकि मंडियों में सब्जियां मंगाने के लिए सोमवार, बुधवार और शुक्रवार तय किए हैं। 

इन तीनों दिनों के दौरान सब्जियों से भरी गाड़ियों को शाम चार से रात 11 बजे तक मंडी में एंट्री दी जाती है। ऐसा इसलिए किया ताकि मंडी में भीड़ को कम किया जा सके। सिर्फ मंगल, वीर और शनिवार तड़के चार से सुबह 11 बजे तक खाली गाड़ियां मंडी में दाखिल हो सकती हैं। इसके अलावा किसी भी दिन किसी गाड़ी को अंदर जाने की अनुमति नहीं है। इसके लिए मंडी बोर्ड 50 रुपये की पर्ची काटता है। उक्त तीनों दिन में ही शहर के सभी 95 वार्ड में सब्जियों से भरी गाड़ियों को पहुंचाने व बेचने के लिए उन्हें वेंडरों में बांट दिया जाता हैं। 

मंडी प्रधान बोले, शिकायत कर मांगी कार्रवाई

जिन वेंडरों के पास नहीं बन सके। वह अंधेरे में गाड़ियां लेकर मंडी पहुंच जाते हैं। बिना पास वाली उस गाड़ी को मंडी में प्रवेश के लिए 200 रुपये का शुल्क चुकाना पड़ता है। इसके बाद रातों रात गाड़ियों में सब्जियां भरकर उन्हें इलाकों में भेज दिया जाता है। मंडी के प्रधान गुरकंवल सिंह इलू ने कहा कि मामले की शिकायत पुलिस अधिकारियों को देकर कार्रवाई की मांग की गई है।

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