सबके हिस्से में हंसी आए, हर चेहरे पर मुस्कान लाने निकल पड़ी हैं लुधियाना की ये महिलाएं

लुधियाना की संस्था मिशन स्माइल की महिलाएं अपाहित आश्रम में रह रहे बुजुर्गों के साथ समय बिताती हैं। गरीब और जरूरतमंद बच्चों का जन्मदिन मनाकर उन्हें हौसला देती हैं। टीम ने बाढ़ पीड़ितों की भी मदद की है।

By Pankaj DwivediEdited By: Publish:Sun, 25 Oct 2020 08:41 AM (IST) Updated:Sun, 25 Oct 2020 08:41 AM (IST)
सबके हिस्से में हंसी आए, हर चेहरे पर मुस्कान लाने निकल पड़ी हैं लुधियाना की ये महिलाएं
सोनिया बताती हैं कि समाज सेवी अनमोल क्वात्रा से प्रेरणा लेकर उन्होंने खुशियां बांटने का अभियान शुरू किया था।

लुधियाना [आशा मेहता]। हर जिंदगी अनमोल है। हर किसी के हिस्से में उसकी खुशियां होनी चाहिए। बावजूद इसके, हमारे आसाप बहुत से ऐसे लोग हैं, जो परेशान हैं। खुशियां उनसे कोसों दूर हैं। ऐसे लोगों के होठों पर खुशी लाने का जिम्मा कुछ दीवानों ने ले रखा है। इनकी टीम का नाम है 'मिशन स्माइल'। तमाम शोध बताते हैं कि खुश रहना हमारे लिए कितना जरूरी है लेकिन कुछ लोग इससे महरूम हैं। उनकी इसी कमी को पूरा करती है सोनिया छाबड़ा और उनकी टीम।

'मिशन स्माइल' की संस्थापक सोनिया बताती हैं कि समाज सेवी अनमोल क्वात्रा से प्रेरणा लेकर उन्होंने खुशियां बांटने का अभियान शुरू किया था। मिशन स्माइल टीम की महिलाएं बहुत से लेडीज क्लबों व किट्टी से जुड़ी हुई हैं। पहले हम लोग क्लबों और किट्टी में होने वाले समारोह में जाते थे और काफी पैसा खर्च करते थे। फिर हमने सोचा कि क्यों न इन पैसों को जरूरतमंदों पर खर्च किया जाए। इस तरह समाज के एक कोने में सिमटे लोगों के चेहर पर मुस्कान लाने की शुरुआत की गई।

 

इस तरह हुई शुरुआत

सोनिया ने बताया कि वर्ष 2019 में बैसाखी के दिन अपनी दोस्त व पॉलीवुड एक्ट्रेस मंजू सेठी, मनप्रीत कौर, बिजनेस वूमेन रेनु अग्रवाल, आस्था गाबा, अमरजीत कौर, रूचि पासी, विनय पासी, इंद्रजीत कौर आदि के साथ मिलकर उन्होंने 'मिशन स्माइल' संस्था शुरू की थी। शुरुआत में उनके कई दोस्तों, रिश्तेदारों ने इसका मजाक भी बनाया। अपना पैसा और समय दूसरों पर क्यों बर्बाद करना। हमने किसी की नहीं सुनी और मिशन को आगे बढ़ाया। अाज बिजनेस वूमेन एकता खुराना, रीमा, अनु कपूर, सीएम सोनल, हाउस वाइल अमन चुघ, सिम्मी, डेजी पाहवा, रीमा, लिली राय, सर्बजोत, मीनाक्षी, शीतल घई, एकता, मिली खुराना मीना अरोड़ा, कमलजीत कौर आदि समेत करीब सौ से अधिक महिलाएं उनके साथ जुड़ गई हैं और खुशियां बांटने का कारवां बढ़ता ही जा रहा है।

 

अकेले रहने वाले बुजुर्गों के साथ बिताती हैं वक्त

सोनिया छाबड़ा ने बताया कि उनकी टीम गुरु अमरदास अपाहिज आश्रम में रहने वाले बेघर लोगों और मदर टेरेसा होम, रेड क्रास की सीनियर सिटीजन सोसाइटी, प्रीतम आश्रम राहो रोड, निष्काम आश्रम में जाती है। यहां ऐसे वृद्ध रहते हैं, जिन्हें उनके घरवालों ने अकेला छोड़ दिया है। टीम के सदस्य बुजुर्गों के साथ पूरा दिन बीताते हैं। उनके लिए तरह-तरह की मनोरंजक गतिविधियां करवाते हैं। उन्हें जरूरत का सामान उपलब्ध करवाते हैं।  

दिव्यांग बच्चों की मदद

सोनिया ने बताया कि मिशन स्माइल की टीम दिव्यांग बच्चों के लिए हंबड़ा रोड पर बनाए गए डेफ एंड डंब स्कूल, मुस्कान वेलफेयर स्कूल, आशीर्वाद स्कूल, श्री बाला जी प्रेम आश्रम पक्खोवाल, मंथन स्कूल, बीआरएस नगर स्थित एकजोत स्कूल में भी जाती है। यहां सदस्य इन बच्चों के साथ पूरा दिन बिताते हैं। बच्चों के लिए तरह-तरह की मनोरंजन गतिविधियां करवाई जाती हैं। जिन बच्चों का जन्मदिन होता है, उनके लिए केक और उपहार लेकर जाते हैं। ऐसे बच्चों के लिए बड़े होटलों में पार्टी रखते हैं।

 

बाढ़ पीड़ितों की मदद की

सोनिया छाबड़ा बताती हैं कि पिछले साल जब पंजाब के कई जिलों में बाढ़ आई थी, तब भी उन लोगों ने बाढ़ प्रभावित गांवों में जाकर लोगों को जरूरत का सामान उपलब्ध करवाया था। उनकी नौ मैंबर की टीम सुलतानपुर लहोधी के गांव लोहिया खास में गई थी। ग्रामीणों की हर संभव मदद की गई थी।

सोशल मीडिया पर जागरुकता

सोनिया जहां अपनी टीम के साथ जाकर बुजुर्गों, दिव्यांगों व वंचित बच्चों में खुशियां बांटती हैं, वहीं सोशल मीडिया के जरिये दूसरे लोगों को भी ऐसा करने के लिए प्रेरित करती हैं। जब भी वह दिव्यांग बच्चों के स्कूल, वृद्धाश्रम या बेघर लोगों को संभालने वाली संस्था में जाती हैं, तो लाइव होकर उनकी समस्याओं को बताती हैं और लोगों से अपील करती हैं कि वे भी अपने समय निकाल कर ऐसे लोगों की मदद के लिए आगे आएं।

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