किसान आंदोलन के कारण लुधियाना में ट्रेनों का परिचालन बाधित, यात्री परेशान

Ludhiana Train operations कोविड-19 और किसान आंदोलन के चलते केवल 8 से 10 गाड़ियों का परिचालन हो रहा है। किसान आंदोलन के दौरान माल गाड़ियों का आवागमन जारी है जबकि यात्री ट्रेनों का परिचालन बाधित हो रहा है।

By Vikas_KumarEdited By: Publish:Sat, 16 Jan 2021 09:54 AM (IST) Updated:Sat, 16 Jan 2021 09:54 AM (IST)
किसान आंदोलन के कारण लुधियाना में ट्रेनों का परिचालन बाधित, यात्री परेशान
कृषि सुधार कानूनों के खिलाफ कर रहे किसान संगठनों का आंदोलन निरंतर जारी है।

लुधियाना, [डीएल डॉन]। लुधियाना रेलवे स्टेशन पर रोजाना करीब 200 ट्रेनों का आवागमन हो रहा था लेकिन इन दिनों कोविड-19 और किसान आंदोलन के चलते केवल 8 से 10 गाड़ियों का परिचालन हो रहा है। किसान आंदोलन के दौरान माल गाड़ियों का आवागमन जारी है जबकि यात्री ट्रेनों का परिचालन बाधित हो रहा है।

लुधियाना-अमृतसर रूट में जंडियाली के पास किसान समर्थक डेरा डाले हुए हैं, जिससे इस रूट से ट्रेनों का परिचालन ठप पड़ा हुआ है। इन दिनों जो भी ट्रेनें अमृतसर आ जा रही हैं। उसका रूट व्यास और तरनतारन निर्धारित किया गया है। व्यास और  तरनतारन से घूम कर ट्रेन को जाने में दो से तीन घंटे अधिक समय लग जाता है जिससे यात्री मुश्किल में पड़ जाते हैं। कृषि सुधार कानूनों के खिलाफ कर रहे किसान संगठनों का आंदोलन निरंतर जारी है।

संगठनों का कहना है कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं हो जाती, तब तक आंदोलन जारी रहेगा। किसान आंदोलन के समर्थकों ने रेलगाड़ियों के परिचालन में बाधा उत्पन्न कर दी है। समर्थकों का कहना है माल गाड़ियों का आवागमन जारी रहेगा, जबकि यात्री ट्रेनों को नहीं चलने देंगे। समर्थकों ने अमृतसर से चलने वाली ट्रेनों को बाधित किया, जिससे दो ट्रेन 3 घंटे देरी से  वाया तरनतारन और व्यास होकर लुधियाना पहुंच रही है।

माल गाड़ियों  के परिचालन में रोक नहीं

लुधियाना से माल गाड़ियों का आवागमन निरंतर जारी है। किसान आंदोलन से जुड़े समर्थक माल गाड़ियों को नहीं रोक रहे हैं। जिससे रोजाना दर्जनों माल गाड़ियां माल लेकर दूसरे प्रदेशों को रवाना हो रही हैं। मालगाड़ी  से रेलवे को भारी मुनाफा मिलता है और व्यापारियों को सहूलियत।   

यात्री ट्रेनों का परिचालन निर्धारित नहीं

किसान आंदोलन लगातार जारी है, जिससे ट्रेनों का परिचालन निर्धारित नहीं हो रहा है। इस संबंध में फिरोजपुर रेल मंडल के कैसे चल सकता है। आगे शर्मा का कहना है कि जब तक किसान आंदोलन का हल नहीं हो जाता तब तक ट्रेनों का परिचालन निर्धारित करना संभव नहीं है।     

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