टीचर्स बोले, शादी में शगुन सिर्फ विधायक ही नहीं हम भी देते हैं

विधायकों के वेतन में बढ़ोतरी के प्रस्ताव पर सोशल मीडिया पर सरकार की खूब किरकिरी हो रही है। शिक्षा विभाग में कांट्रेक्ट पर काम कर रहे टीचर्स सोशल साइट्स में सरकार के इस फैसले पर खूब तंज कस रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 16 Dec 2018 07:00 AM (IST) Updated:Sun, 16 Dec 2018 07:00 AM (IST)
टीचर्स बोले, शादी में शगुन सिर्फ विधायक ही नहीं हम भी देते हैं
टीचर्स बोले, शादी में शगुन सिर्फ विधायक ही नहीं हम भी देते हैं

राजेश भट्ट, लुधियाना

विधायकों के वेतन में बढ़ोतरी के प्रस्ताव पर सोशल मीडिया पर सरकार की खूब किरकिरी हो रही है। शिक्षा विभाग में कांट्रेक्ट पर काम कर रहे टीचर्स सोशल साइट्स में सरकार के इस फैसले पर खूब तंज कस रहे हैं।

टीचर्स कांग्रेसी विधायकों के तर्को की जमकर खिल्लियां उड़ा रहे हैं और विधायकों को कोस रहे हैं। सबसे ज्यादा खिंचाई कांग्रेसी विधायक राजा बडिंग के बयान पर की जा रही है। वडिंग ने वेतन बढ़ोतरी के प्रस्ताव पर कहा था कि विधायकों को कई शादियों में जाकर शगुन देना होता है और इसके अलावा भी विधायकों के कई खर्चे हैं, जिस पर टीचर्स ने तंज किया है कि सिर्फ विधायक ही नहीं टीचर्स भी शादियों में शगुन देते हैं।

शुक्रवार को पंजाब सरकार विधायकों का वेतन दोगुना से ज्यादा करने का प्रस्ताव लाई, जिसका सबसे ज्यादा विरोध कांट्रेक्ट पर काम कर रहे टीचर्स ने किया। दरअसल सरकार खजाना खाली होने का हवाला देकर कांट्रेक्ट पर काम कर रहे टीचर्स को पूरे वेतन पर रेगुलर नहीं कर रही है। इसके अलावा मुलाजिमों को कई तरह के भत्ते नहीं दिए जा रहे। शनिवार को कांट्रेक्ट टीचर्स ने सोशल मीडिया पर सरकार के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली। टीचर्स ने सोशल मीडिया पर लिखा कि टीचर्स के लिए सरकार का खजाना खाली है और विधायकों के लिए भरा हुआ है। यही नहीं टीचर्स ने सरकार पर यह भी तंज किया है कि पढ़े लिखे टीचर्स का वेतन घटाने और अनपढ़ विधायकों का वेतन बढ़ाने के लिए सरकार का धन्यवाद। इस तरह कई तरह के कटाक्ष टीचर्स ने सोशल मीडिया के जरिए सरकार पर किए हैं।

टीचर्स को आधी से कम सैलरी पर दिया रेगुलर होने का ऑफर

सर्व शिक्षा अभियान व राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के अधीन कांट्रेक्ट पर काम रहे टीचर्स को 43 हजार रुपये वेतन मिल रहा है और सरकार उनका वेतन घटाकर उन्हें 15300 रुपये पर रेगुलर कर रही है, जिसका टीचर लंबे समय से विरोध कर रहे हैं और पटियाला में इसके खिलाफ धरना लगाकर बैठे हैं। टीचर्स अपनी भड़ास निकाल रहे हैं: दीदार सिंह

एसएसए रमसा टीचर्स यूनियन के प्रदेश प्रधान दीदार सिंह मुदकी ने कहा कि सरकार एक तरफ खजाना खाली होने की बात कर रही है वहीं दूसरी तरफ विधायकों के वेतन में 100 फीसद से ज्यादा की बढ़ोतरी कर रही है, जबकि दूसरी तरफ सरकार टीचर्स का वेतन आधे से भी कम कर रही है। उन्होंने कहा कि टीचर्स में सरकार के इस फैसले से रोष है। इसलिए सोशल साइट्स पर वह अपनी भड़ास निकाल रहे हैं। टीचर्स का वेतन सरकार ने कम नहीं किया है। हमने एसएसए रमसा टीचर को सोसायटी से निकाल कर विभाग में लाकर पक्का होने का ऑप्शन दिया है, जिस टीचर को लगता है कि विभाग में आकर उनका वेतन कम हो रहा है तो वह ज्यादा पैसे में सोसायटी में ही काम करते रहें।

ओम प्रकाश सोनी, शिक्षा मंत्री, पंजाब सरकार

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