भारतीय योग संस्थान द्वारा रखबाग में मनाया जाएगा योग दिवस
योग एक अनुशासन है। इसमें सांस पर नियंत्रण विशिष्ट शारीरिक मुद्राओं को अपनाना और सरल ध्यान शामिल है जो व्यापक रूप से स्वास्थ्य और विश्राम के लिए प्रचलित है। योग के जनक महर्षि पतंजलि के अनुसार योग शरीर मन और आत्मा का संबंध है।
संस, लुधियाना : योग एक अनुशासन है। इसमें सांस पर नियंत्रण, विशिष्ट शारीरिक मुद्राओं को अपनाना और सरल ध्यान शामिल है जो व्यापक रूप से स्वास्थ्य और विश्राम के लिए प्रचलित है। योग के जनक महर्षि पतंजलि के अनुसार योग शरीर, मन और आत्मा का संबंध है। यह उक्त विचार भारतीय योग संस्थान रखबाग जोन की इंचार्ज नीलम जैन कंगारु ने व्यक्त की।
कोरोना वायरस रोग एक संक्रामक रोग है जो कोरोना परिवार के एक नए वायरस के कारण होता है। रोग खांसी, बुखार और अधिक गंभीर मामलों में, सांस लेने में कठिनाई जैसे लक्षणों के साथ श्वसन संबंधी बीमारी का कारण बनता है। असका योग आसन, प्राणायाम और ध्यान, जब नियमित रूप से अभ्यास किया जाता है तो अंग उत्तेजना को संतुलित कर सकते हैं, गहरी श्वसन को प्रेरित कर सकते हैं, प्रतिरक्षा रक्षा को बढ़ा सकते हैं और वायरस और परजीवी जीवों के विनाश को रोक सकते हैं। रखबाग में होगा योग दिवस का आयोजन
भारतीय योग संस्थान रखबाग जोन की इंचार्ज नीलम जैन ने कहा कि 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जा रहा है। संस्थान द्वारा कोरोना वायरस महामारी को देखते हुए रखबाग में योग दिवस मनाया जाएगा। समारोह रखबाग जोन में पांच कैटागिरि इसमें भाग लेंगे। इसके अलावा लक्ष्मी लेडीज क्लब में आनलाइन योग कक्षाएं आयोजित की जाएगी। उन्होंने कहा कि फिटनेस को संतुलित रखने को लेकर हम सभी को भाग लेना चाहिए।