तेरापंथ भवन में मुनि भूपेंद्र, पदम मुनि ने किया युवाओं का सम्मान
संगीत की कला में जो व्यक्ति पारंगत बन जाता है। वह अपनी स्वर लहरियों के माध्यम से पूरे संसार का ध्यान अपनी और आकर्षित करना प्रारंभ कर देता है। जब वह कोई कंपीटीशन के अंदर भाग लेता है।
संस, लुधियाना : संगीत की कला में जो व्यक्ति पारंगत बन जाता है। वह अपनी स्वर लहरियों के माध्यम से पूरे संसार का ध्यान अपनी और आकर्षित करना प्रारंभ कर देता है। जब वह कोई कंपीटीशन के अंदर भाग लेता है। उस समय उसका एकमात्र लक्ष्य रह जाता है। मैं अपने प्रथम स्थान को सुरक्षित बनाने का प्रयास करूंगा और जब वह प्रथम स्थान पर आ जाता है। तब जहां से वह जाता है। उस शहर का नाम है। पूरे देश के अंदर गुंजायमान करना प्रारंभ कर देता है। ऐसी ही जोड़ी उर्वशी चोपड़ा और दर्शन चोपड़ा के रूप में। अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद के द्वारा आयोजित सुर संगम फाइनल प्रतियोगिता में जयपुर शहर के अणु विभा के प्रांगण में इस जोड़ी ने प्रथम स्थान प्राप्त करके लुधियाना के गौरव को और ज्यादा गौरवान्वित बनाने का प्रयास किया है। उपरोक्त विचार तुलसी कल्याण केंद्र के प्रांगण में दोनों प्रतिभाओं के आगमन पर प्रेरणा प्रदान करते हुए मुनि भूपेंद्र कुमार जी ने व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि ऐसे युवा प्रतिभा ओर युवाओं को भी प्रेरित करती है। गुरुदेव ने इन दोनों को आगे के लिए शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर युवक परिषद अध्यक्ष धीरज सेठिया ने कहा कि यह दोनों युवाओं ने प्रतियोगिता में शानदार प्रदर्शन के द्वारा लुधियाना का नाम रोशन किया है, जिसके लिए यह बधाई के पात्र है। इस अवसर पर तेरापंथ सभाध्यक्ष कमल नवलक्खा, तेरापंथ पंजाब प्रभारी कुलदीप जैन सुराणा, तेयूप अध्यक्ष धीरज सेठिया, तरुण जैन सुराणा, मनोज धाडीवाल आदि समस्त कार्यकारिणी सदस्यगण शामिल थे।