व्यक्ति का विकास ही धर्म का विकास है: मुनि भूपेंद्र कुमार
जो व्यक्ति अपने मन में संकल्प कर लेता है कि मेरे को अपने जीवन के अंदर अपने धर्म के विकास के अंदर महत्वपूर्ण योगदान देना है तो अपने आप ही विकास की ओर अग्रसर होता नजर आना प्रारंभ हो जाता है। ये बात एसएस जैन सभा और तेरापंथ सभा रायकोट के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित जैन स्थानक भवन में जैन धर्म के विकास में हमारा योगदान संगोष्ठी को संबोधित करते हुए भूपेंद्र कुमार ने व्यक्त किए।
संस, लुधियाना : जो व्यक्ति अपने मन में संकल्प कर लेता है कि मेरे को अपने जीवन के अंदर अपने धर्म के विकास के अंदर महत्वपूर्ण योगदान देना है तो अपने आप ही विकास की ओर अग्रसर होता नजर आना प्रारंभ हो जाता है। ये बात एसएस जैन सभा और तेरापंथ सभा रायकोट के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित जैन स्थानक भवन में जैन धर्म के विकास में हमारा योगदान संगोष्ठी को संबोधित करते हुए भूपेंद्र कुमार ने व्यक्त किए।
इस अवसर पर श्रमण संघ प्रवर्तक राजेंद्र मुनि ने अपने विचारों को प्रस्तुत करते हुए कहा जब तक हमारे मन की भ्रमता दूर नहीं होगी और उनके प्रति प्रमोद भावना का जागरण नहीं होगा। तब तक हम जैन धर्म के विकास के द्वारों का उद्घाटन नहीं कर पाएंगे। जिस दिन आपने बुराइयों को तिलांजलि देनी प्रारंभ कर दी है, उस दिन अपने आप जैन धर्म का विकास होना प्रारंभ हो जाएगा। साहित्यकार सुरेंद्र मुनि ने अपने विचारों को प्रस्तुत करते हुए कहा जब आपस में मिलन होता है। अपने आप ही विकास के द्वार उद्घाटित होने प्रारंभ हो जाते है।
तेरापंथ युवक परिषद लुधियाना के अध्यक्ष धीरज सेठिया ने अपने भावनाएं प्रस्तुत करते हुए कहा आज जैसा समारोह यदि बार-बार होता रहेगा। तो सभी लोगों के मन के अंदर जैन धर्म के विकास की भावनाओं के जागरण के भाव जागृत होते रहेंगे।
जैनम जैन की दीक्षा लुधियाना में 23 को
इस अवसर पर 23 जनवरी को लुधियाना में दीक्षा ग्रहण करने वाले जैनम जैन का तेरापंथ युवक परिषद तेरापंथ महिला मंडल ज्ञानशाला व एस एस जैन स्थानक के द्वारा दीक्षार्थी भाई का स्वागत व अभिनंदन किया गया तेरापंथ रायकोट के द्वारा भी दीक्षार्थी भाई का स्वागत व अभिनंदन किया गया। इस अवसर पर तेरापंथ युवक परिषद के मंत्री प्रतिक कोचर, कार्यकारी अध्यक्ष तरुण सुराणा, कोषाध्यक्ष अरुण भूरा, गौरव कोचर, ऋषि सेठिया, अर्हम सेठिया, महावीर सेठिया, तेरापंथ समाज आदि सदस्यगण शामिल थे।