ऐसी सोच रखो, जिससे समाज का भला हो : महासाध्वी मीना
पंजाब प्रवर्तक उपाध्याय श्रमण श्री फूलचंद जी म. सा. की चरणोपासिका सरलात्मा शांतमूर्ति उपप्रवर्तिनी अभय कुमारी म. सुशिष्या जैन भारती कोकिलकंठी महासाध्वी मीना महाराज कर्मठ श्रमणी श्री मुक्ता म. प्रवचन प्रभाविका श्री समृद्धि महाराज विद्याभिलाषी श्री उत्कर्ष जी म. ठाणे-4 के पावन सानिध्य में रायकोट एस एस जैन सभा प्रांगण में तप अभिनंदन समारोह का आयोजन किया गया।
संस, लुधियाना : पंजाब प्रवर्तक उपाध्याय श्रमण श्री फूलचंद जी म. सा. की चरणोपासिका, सरलात्मा शांतमूर्ति उपप्रवर्तिनी अभय कुमारी म., सुशिष्या जैन भारती कोकिलकंठी महासाध्वी मीना महाराज, कर्मठ श्रमणी श्री मुक्ता म., प्रवचन प्रभाविका श्री समृद्धि महाराज, विद्याभिलाषी श्री उत्कर्ष जी म. ठाणे-4 के पावन सानिध्य में रायकोट एस एस जैन सभा प्रांगण में तप अभिनंदन समारोह का आयोजन किया गया। इससे पहले आयिबल दिवस मनाया गया। उसका लाभ सुनीता जैन धर्मपत्नी सुनील जैन जम्मू ने लिया।
इस दौरान तपस्वी रत्न वस्तुपाल जैन ने 31 व्रत, कुमारी करुणा जैन सुपुत्री राजीव जैन ने आयंबिल तप, धर्मनिष्ठ पवन जैन ने एकाशन तप किया। इस अवसर पर समारोह गौरव मानव रत्न रामकुमार जैन श्रमण शाल, जबकि अध्यक्ष की रस्म दानवीर शिरोमणि विपन जैन श्रमण जैन स्वीटस ने की। वहीं ध्वजारोहण भगवत स्वरुप अर्हं जैन मंडी अहमदगढ़ ने किया। इस अवसर पर मुख्य मेहमान आल इंडिया जैन कांफ्रैस युवा शाखा प्रधान अरुण जैन शामिल हुए, जबकि विशेषातिथि में विनोद जैन, आशी जैन रहे। इस दौरान एस एस जैन सभा रायकोट ने आए गणमान्यों को दोशाला पहनाकर सम्मानित किया।
इस अवसर पर महासाध्वी मीना महाराज सा. ने कहा कि विनोद कर्म की गति नहीं अच्छे काम करोगे आगे भी अच्छी गति मिलेगी आज का इंसान अपने दुख से ज्यादा दुखी नहीं होता, लेकिन सामने वाले के सुख से दुखी जरूर हो जाता है। बिना हमें अपने कर्मों पर सबसे अधिक ध्यान देना चाहिए। हमारे ऐसी सोची होनी चाहिए कि जिससे समाज का भला हो और लोगों को प्रेरणा मिले कर्म ही मूल है।
इस अवसर पर सभाध्यक्ष ललित जैन, चातुर्मास कमेटी अध्यक्ष शांति स्वरुप जैन, उपाध्यक्ष सुरेंद्र जैन, मंत्री धर्मवीर जैन, सहमंत्री हरीश जैन, कोषाध्यक्ष पवन जैन समस्त कार्यकारिणी एवं सदस्यगण शामिल थे।