प्रतिस्पर्धा में हिसा पैदा होगी : शून्य प्रभु

सतलुज किनारे स्थित शनिगांव में शून्य प्रभु के सानिध्य में हवन यज्ञ व प्रवचन सभा का आयोजन किया गया। सर्वप्रथम आए श्रद्धालुओं ने शनि का तेलाभिषेक गुड तिल माह आदि का चढ़ावा किया।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 12 Jun 2021 07:14 PM (IST) Updated:Sat, 12 Jun 2021 07:14 PM (IST)
प्रतिस्पर्धा में हिसा पैदा होगी : शून्य प्रभु
प्रतिस्पर्धा में हिसा पैदा होगी : शून्य प्रभु

संस, लुधियाना : सतलुज किनारे स्थित, शनिगांव में शून्य प्रभु के सानिध्य में हवन यज्ञ व प्रवचन सभा का आयोजन किया गया। सर्वप्रथम आए श्रद्धालुओं ने शनि का तेलाभिषेक, गुड, तिल, माह आदि का चढ़ावा किया। इस अवसर पर आयोजित प्रवचन सभा में शनि प्रभु ने कहा कि कहा कि हमारी शिक्षा हमें ऐसे मनुष्य बनाती है, जो रोजी रोटी कमा ले तथा एक मायने में प्रतिस्पर्धा भी सिखाती है। हमें याद रखना चाहिए कि प्रतिस्पर्धा से हिसा पैदा होगी। प्रेम और आनंद नहीं। अगर समाज को प्रेम और आनंद पूर्ण बनाना है तो प्रेम और आनंद की शिक्षा देनी होगी न कि प्रतिस्पर्धा की। जो व्यक्ति जीवन को एक रेस समझेगा, वह जीवन में संघर्ष ही करता रहेगा और मृत्यु तक भागता ही रहेगा। हमें अपने बच्चों को स्कूली शिक्षा के साथ-साथ जीवन का सार भी सिखाना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि मनुष्य जीवन को पूर्णता के साथ जीना ही मोक्ष की पहली सीढ़ी होगी। अंत में शनि की आरती कर सभा को विश्राम दिया गया।

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