अंधकार को दूर करता है ज्ञान : संत विनय आलोक
ज्ञान का अर्थ है समझ किसी भी चीज को अगर हासिल करना है तो उसका ज्ञान बहुत जरूरी है। ये संसार तब तक किसी की कद्र नही करता जब तक आप उस काम मे महारत हासिल नही कर लेते।
संस, लुधियाना : ज्ञान का अर्थ है समझ, किसी भी चीज को अगर हासिल करना है तो उसका ज्ञान बहुत जरूरी है। ये संसार तब तक किसी की कद्र नही करता, जब तक आप उस काम मे महारत हासिल नही कर लेते। संसार मे जितने भी महान लोग हुए हैें, उनका अगर कर्म क्षेत्र देखा जाए, तो उन्होने ज्ञान का हासिल करने के लिए अथक प्रयास किया है। जो लोग महान हुए हैं, उन्होंने कार्य और ज्ञान को पूजा है। यदि हम अपनी सूक्ष्म गल्तियों पर निगाह रख सकें तो कार्य और कारण का विश्लेषण कर सकते हैं और जब यह ज्ञान हमें हो जाएगा तो काम बनेगे। ये बातें मनीषी संत मुनि श्री विनय कुमार आलोक ने मित्तल निवास पर प्रवचन सभा के दौरान व्यक्त किए।
उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने निर्माण किया और जो लोग सफल हुए हैं, उनकी शक्तियों का आधार एक अदृश्य और असीम वह शक्ति है, जो मानव सीमा से बाहर है। वो है अध्यात्म की शक्ति। अध्यात्म का अर्थ पूजा से लिया जाता है पर इसकी व्याख्या को सीमित नही किया जा सकता। सफल व्यक्ति हर कार्य को गंभीरता से लेता है। उसका दिल, दिमाग और काम तीनों का अच्छा तालमेल होता है। हम अपनी क्षमता का बहुत छोटा सा हिस्सा अपने विकास पर खर्च करते हैं, क्योंकि हम क्या कर सकते हैं ये हम कभी नही सोचते एक लकीर पर चल कर जीवन गुजार देते हैं।