भगवान कभी धोखा नहीं देते: भरत मुनि
भरत मुनि महाराज ने कहा कि भरोसा और समोसा दो चीजें है। समोसा तो बाजार से मिल जाएगा पर भरोसा बाजार से नहीं मिलता। भरोसा आदमी के व्यवहार से मिलता है।
संस, लुधियाना : एसएस जैन स्थानक शिवपुरी में मधुर वक्ता अचल मुनि, भरत मुनि ठाणा-2 सुखसाता विराजमान है। इस अवसर पर चल रही चातुर्मास सभा में अपने संबोधन में अचल मुनि महाराज ने कहा कि कई बार ऐसा प्रति होता है कि हम कर्म नहीं बांधना चाहते, पर संगति के कारण बच जाते है। एक बार एक चोर को जेल में डाल दिया गया और उसे 20 वर्ष पापों की सजा। मुझे एक ना एक दिन मिलनी ही थी। यह सोचते हुए पश्चाताप करने लगा। जेल में अपना अच्छा व्यवहार दिखाया तो उसकी सजा कम करके उसे जल्दी ही जेल में छुटकारा मिल गया। यह क्यों हुआ? उसने अपनी पाप का प्रायश्चित किया। पश्चाताप किया।
इस अवसर पर भरत मुनि महाराज ने कहा कि भरोसा और समोसा दो चीजें है। समोसा तो बाजार से मिल जाएगा, पर भरोसा बाजार से नहीं मिलता। भरोसा आदमी के व्यवहार से मिलता है। डाक्टर और पैसा पर ज्यादा भरोसा नहीं रखना तथा भगवान और मौत पर भरोसा रखना। भगवान और मौत कभी किसी को धोखा नहीं देती। मौत हर हाल में आती है और भगवान हर हाल में साथ रहते है। इस अवसर पर सभाध्यक्ष विनीत जैन, महामंत्री राजीव जैन, कुलदीप जैन, सतीश जैन पब्बी आदि समस्त कार्यकारिणी सदस्यगण शामिल थे।