आत्मा और शरीर को अलग-अलग समझें : साध्वी रत्न संचिता
तपचंद्रिका श्रमणी गौरव समता विभूति सरलमना महासाध्वी वीणा महाराज कोकिल कंठी प्रवचन भास्कर साध्वी रत्न संचिता महाराज नवकार साधिका महासाध्वी सुन्नैया महाराज साध्वी अरणवी महाराज साध्वी अर्षीया साध्वी आर्यनंदा ठाणा-6 के सानिध्य में एस एस जैन स्थानक सिविल लाइंस में धर्म सभा जारी है।
संस, लुधियाना : तपचंद्रिका श्रमणी गौरव समता विभूति सरलमना महासाध्वी वीणा महाराज, कोकिल कंठी प्रवचन भास्कर साध्वी रत्न संचिता महाराज, नवकार साधिका महासाध्वी सुन्नैया महाराज, साध्वी अरणवी महाराज, साध्वी अर्षीया, साध्वी आर्यनंदा ठाणा-6 के सानिध्य में एस एस जैन स्थानक सिविल लाइंस में धर्म सभा जारी है। सभा में साध्वी रत्न संचिता महाराज ने कहा कि जिस प्रकार जल से उत्पन्न होकर भी कमल जल से ऊपर यानि जल से अलग रहता है, उसी प्रकार शरीर में स्थित, चेतना भी शरीर से पूर्णतया भिन्न होती है। इसलिए अपने शुद्ध और शाश्वत आत्म स्वरूप को भलिभांति समझ लो और दुनिया की वस्तुओं को अपनी मानकर उन्हीं में आसक्त मत बनो। अगर तुम आत्मा और शरीर को भिन्न नहीं समझोगे तो जीवन भर केवल शरीर की खुराक ही जुटाते रह जाओगे तथा आत्मा की खुराक के लिए कुछ भी नहीं कर सकोगे।
इस अवसर पर सभाध्यक्ष अरिदमन जैन व चातुर्मास कमेटी चेयरमैन जितेंद्र जैन ने कहा कि महासाध्वी वीणा महाराज ठाणा-6 के सानिध्य में विदाई समारोह वीरवार को प्रात 8:30 बजे आरंभ होगा। समारोह को लेकर तैयारियां पूर्ण कर ली गई है। इस अवसर पर सभाध्यक्ष अरिदमन जैन, चातुर्मास कमेटी चेयरमैन जितेंद्र जैन, सीनियर उपाध्यक्ष सुभाष जैन, महामंत्री प्रमोद जैन, नीलम जैन कंगारु, कोषाध्यक्ष रजनीश जैन गोल्ड स्टार, विनोद जैन गोयम, रविदर जैन भ्राता, विपन जैन, युवक संघ अध्यक्ष संजय जैन व समस्त कार्यकारिणी सदस्यगण, फूलचंद जैन शाही लिवास, गुरु कृपा सेवा सोसायटी अध्यक्ष वैभव जैन व कार्यकारी सदस्यगण आदि शामिल थे।