सत्संग का नशा एक बार हो जाए तो उतरता नहीं: साध्वी संचिता

एसएस जैन स्थानक सिविल लाइंस में महासाध्वी वीणा महाराज ठाणा-5 के सानिध्य में चातुर्मास सभा जारी है। आज की सभा में गुरुणी मैया संचिता महाराज ने कहा कि मन को साफ एवं स्वच्छ करने के लिए सत्संग है। सत्संग बड़ा दुर्लभ है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 28 Sep 2021 05:38 PM (IST) Updated:Tue, 28 Sep 2021 08:58 PM (IST)
सत्संग का नशा एक बार हो जाए तो उतरता नहीं: साध्वी संचिता
सत्संग का नशा एक बार हो जाए तो उतरता नहीं: साध्वी संचिता

संस, लुधियाना : एसएस जैन स्थानक सिविल लाइंस में महासाध्वी वीणा महाराज ठाणा-5 के सानिध्य में चातुर्मास सभा जारी है। आज की सभा में गुरुणी मैया संचिता महाराज ने कहा कि मन को साफ एवं स्वच्छ करने के लिए सत्संग है। सत्संग बड़ा दुर्लभ है। संत दर्शन को उठा एक एक कदम एक यज्ञ फल के बराबर होता है। सत्संग में बीमा एक एक लम्हा और 2 वर्ष की इबादत जैसा है।

उन्होंने कहा कि सत्संग का नशा भी बड़ा अद्भुत है। यह नशा या तो किसी पर चढ़ता नहीं है और यदि एक बार चढ़ जाए तो फिर उतरता नहीं है। स्वयं प्रभु को उतारकर ही दम लेता है। समुद्र किनारे बैठोगे तो ठंडी हवा जरूर लगेगी। सत्संग में जाकर बस इतना ही याद रखना है कि हमें दुनिया में सिर्फ दिल खोलकर ही नहीं जीना है, बल्कि आंख खोलकर भी जीना है। उन्होंने कहा कि दुनिया में सबसे बड़ा मंच प्रेम का है। हमारा परिवार का स्थान मेरा परिवार ने ले लिया है। अब लोगों की जिदगी एक कमरे में सिमट करके रह गई है। जब एक ही कमरे में नित्यकर्म से लेकर खाने पीने की सुविधा मिल जाए तो फिर बगल में किसके साथ क्या बीत रही है, क्या पता। दुनिया में बेहतरीन रिश्ता वहीं होता है, जहां एक मुस्कराहट और हल्की सी सारी से जिदगी दुबारा पहले जैसी हो जाती है। इस अवसर पर सभाध्यक्ष अरिदमन जैन, चातुर्मास, सीनियर उपाध्यक्ष सुभाष जैन महावीर, महामंत्री प्रमोद जैन, संजय जैन आदि समस्त कार्यकारिणी सदस्यगण शामिल थे।

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