कुदरत हमें रोज 1440 मिनट देती है, इसके सदुपयोग करें: साध्वी संचिता
तपचंद्रिका श्रमणी गौरव सरलमना महासाध्वी श्री वीणा महाराज सा. ठाणे-5 एसएस जैन स्थानक सिविल लाइंस में सुखसाता विराजमान हैं। मंगलवार की सभा में साध्वी रत्न संचिता जी महाराज ने आए श्रावक श्राविकाओं को कहा कि मनुष्य खाते-पीते सोते जागते उठते बैठते चलते फिरते आते जाते सब भूल जाता है पर एक चीज नहीं भूलता वो है सांस लेना।
संस, लुधियाना : तपचंद्रिका श्रमणी गौरव सरलमना महासाध्वी श्री वीणा महाराज सा. ठाणे-5 एसएस जैन स्थानक सिविल लाइंस में सुखसाता विराजमान हैं। मंगलवार की सभा में साध्वी रत्न संचिता जी महाराज ने आए श्रावक श्राविकाओं को कहा कि मनुष्य खाते-पीते, सोते जागते, उठते बैठते, चलते फिरते, आते जाते, सब भूल जाता है, पर एक चीज नहीं भूलता, वो है सांस लेना। श्वास ही जिदगी और विश्वास ही बंदगी है। कुदरत हमें हर रोज 1440 मिनट बख्शती है। अब इन 1440 मिनट का कैसे उपयोग करना है, यह हमारे ऊपर निर्भर करता है। चाहे तो हम उनका उपयोग जीवन को तीर्थ बनाने में कर सकते है और चाहें तो तमाशा बनाने में।
उन्होंने कहा कि यह जीवन बड़ा अनमोल और कीमती है। पत्तन के गर्त में जाने से इस दिव्य जीवन को बचाएं और धर्म के मार्ग पर लगाकर जीवन चमकाएं, तो महानात्मा प्रभु परमात्मा फरमाते है कि कुदरत के दिए इस 1440 मिनट को हम पूर्ण सद उपयोग में ला सकते है। उन्होंने कहा कि महासाध्वी वीणा जी महाराज की वंदन हेतु पंजाब सहित अंबाला, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, महाराष्ट्र आदि से श्रावक श्राविकाएं आकर गुरुणी महाराज से आशीर्वाद ले रहे है।
इस अवसर पर एस एस जैन सभाध्यक्ष अरिदमन जैन, चातुर्मास कमेटी चेयरमैन जितेंद्र जैन श्रमण जी यार्न, सीनियर उपाध्यक्ष सुभाष जैन महावीर, महामंत्री प्रमोद जैन, विपन जैन, महावीर जैन युवक संघ अध्यक्ष संजय जैन व अन्य समस्त कार्यकारिणी सदस्यगण शामिल थे।