हर व्यक्ति के जीवन में गुरु का होना जरूरी : महासाध्वी मुक्ता
एसएस जैन स्थानक सभा 39 सेक्टर के तत्वाधान चल रही चातुर्मास सभा के दूसरे दिन महासाध्वी श्री मुक्ता जी महाराज ने गुरु पूर्णिमा के अवसर पर प्रकाश डालते हुए बताया कि गुरु का अर्थ है जो अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाए।
संस, लुधियाना : एसएस जैन स्थानक सभा 39 सेक्टर के तत्वाधान चल रही चातुर्मास सभा के दूसरे दिन महासाध्वी श्री मुक्ता जी महाराज ने गुरु पूर्णिमा के अवसर पर प्रकाश डालते हुए बताया कि गुरु का अर्थ है जो अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाए। हर व्यक्ति के जीवन में एक गुरु का होना बहुत जरूरी है, जिससे वह अपने मन की सारी बात को बिना किसी हिचक के गुरु के समक्ष रख सके एवं उसका समाधान प्राप्त कर सके, परंतु इस बात का भी अवश्य ध्यान रखना होगा कि गुरु के औरा में बैठकर व्यक्ति को कुछ भी मांगने की जरूरत नहीं होती। गुरु अपने आप स्वयं ही उसके मन की बात को पढ़कर के उसके बात का निराकरण कर देते हैं। व्यक्ति के जीवन में सबसे पहले माता पिता के रूप में गुरु होते हैं। तत्पश्चात जब बालक थोड़ा बड़ा होता है तो शिक्षक के रूप में गुरु होते हैं। जब व्यक्ति और बड़ा होता है तो उसे अध्यात्म के गुरु प्राप्त हो जाते हैं। तीनों ही गुरु अपने अपने स्थान पर अच्छा महत्व रखते हैं।
इस अवसर पर सभाध्यक्ष विनोद जैन, महामंत्री नितिन जैन, मंत्री अनूप जैन, कैशियर संजीव जैन, अभय जैन, मनीष, हर्ष, सुनील, प्रदीप जैन आदि एवं चंदना बाला संघ चेयरपर्सन बबीता जैन, रेखा जैन, अशुंल आदि एवं अन्य सदस्य और वर्तमान युवक मंडल के प्रधान नवल जैन, रजनीश जैन, समीर जैन, मनीष आदि सदस्य उपस्थित थे।