प्रवचन सुनने से धर्म व अधर्म का पता चलता है : मुनि भूपेंद्र
मोक्ष रूपी मंजिल की प्राप्ति करना है तो धर्म सभा में गुरुओं का प्रवचन जरुर सुनना। क्योंकि सुनने से ही धर्म व अधर्म का पता चलता है। यदि आप गाड़ी चलाते है तो उसे सर्विस के लिए गैराज में भेजते हैं ताकि उसकी सफाई हो सके।
संस, लुधियाना : अगर मोक्ष रूपी मंजिल की प्राप्ति करना है तो धर्म सभा में गुरुओं का प्रवचन जरुर सुनना। क्योंकि सुनने से ही धर्म व अधर्म का पता चलता है। यदि आप गाड़ी चलाते है तो उसे सर्विस के लिए गैराज में भेजते हैं ताकि उसकी सफाई हो सके। संत मुनियों की धर्म सभाएं भी गैराज की तरह है। जहां तुम्हारे दिल दिमाग रुपी इंजन की धुलाई की जाती है। जिदगी भी एक गाड़ी है-संकल्प भी गाड़ी। अगर इस गाडी में हौंसले के पहिए, धर्म का इंजन, कर्म का ईंधन, संयम का स्टीयरिग व्हील, मर्यादा का एक्सीलेटर, अनुशासन का ब्रेक और टूल बाक्स में सम्यग दर्शन, ज्ञान चरित्र के औजार हों तो यह गाड़ी निश्चित ही मोक्ष मंजिल तक पहुंचती है। परंतु आज का इंसान मुक्ति रुपी मंजिल को प्राप्त करने की बजाए, संसार रुपी कीचड़ में धंसता हुआ जा रहा है। इस संसार में फंसकर इंसान अपनी मृत्यु रुपी अटल सत्य को भी भूल जाता है। परंतु दुनिया में रहते हुए दो चीजों को कभी नहीं भूलता पहला परमात्मा व दूसरी अपनी मौत। यह उक्त विचार मुनि भूपेंद्र कुमार ने मेघराज जैन आवास पधारने दौरान व्यक्त किए। इस दौरान उनके संत पदम कुमार भी विराजमान हुए। मुनि भूपेंद्र कुमार ठाणा-2 राजेश जैन के आवास से विहार करके 9:15 बजे सुधार मेघराज जी जैन के आवास पर पधार गए हैं। आज के रास्ते की सेवा का लाभ विशेष रूप से तेरापंथ युवक परिषद के अध्यक्ष धीरज सेठिया के नेतृत्व के अंदर उपाध्यक्ष संजय बरडिया, मंत्री प्रतिक कोचर, कोषाध्यक्ष अरुण भूरा सहित राजेश जैन ने लाभ उठाया।