पुरुष एक और नारी दो कुल का उत्थान करती है : आचार्य सोहन लाल
श्री शिव शक्ति मंदिर न्यू किचलू नगर में शरद पूर्णिमा पर कार्तिक महात्म्य की कथा का शुभारंभ हुआ। आचार्य सोहन लाल रतूड़ी ने कार्तिक महात्मय की कथा करते हुए कहा कि मनुष्य जीवन अनमोल है और यह जीवन केवल प्रभु प्राप्ति के लिए मिला है।
संस, लुधियाना : श्री शिव शक्ति मंदिर न्यू किचलू नगर में शरद पूर्णिमा पर कार्तिक महात्म्य की कथा का शुभारंभ हुआ। आचार्य सोहन लाल रतूड़ी ने कार्तिक महात्मय की कथा करते हुए कहा कि मनुष्य जीवन अनमोल है और यह जीवन केवल प्रभु प्राप्ति के लिए मिला है। भगवान ने हमें सद्मार्ग पर चलाने के लिये तिथिवार त्योहारों की नियुक्ति की। भगवान दर्शन हेतु नित्य प्रति मंदिर आना चाहिए। भगवन मूर्ति दर्शन से हमारे नेत्र सजल होते हैं। जो हम नेत्रों से देखते हैं। वो ही हमारे मन में उतरता है। देवलोक में देवता पुण्य का भोग भोगते हैं और जब पुण्य रुपीधन समापन होने जाता है। तो देवता शरद पूर्णिमा से और वैकुन्ठ पूर्णिमा तक धरती पर ही निवास करते हैं। इसलिए मासों में कार्तिक मास उत्तम माना गया है। सत्यभामा की पूर्व जन्म की कथा श्रवण कराते हुवे आचार्य जी ने कहा की नारी साक्षात भक्ति है। पुरुष तो केवल एक ही कुल को तारता है पर नारी दो दो कुल को अपनी तप साधना और भक्ति से तारती है। नारी का सम्मान करना चाहिए। इस अवसर पर मंदिर चेयरमैन कमल चेटली, सैक्टरी गुलशन ढंड, कैशियर गौरव थम्मन, सहायक कैशियर अनिल गर्ग, रिशि सूद एवं समस्त ट्रस्टी गण व महिला मंडल ने तुलसा मैय की आरती उतारी।